प्रियंका कुमारी.
गीत (छठ मइया)
रोम रोम में गूँजता है,
तेरी जय जयकार….
तेरी जय जयकार….
होऽऽ छठ मइया तुम ही हो आधार….
मइया तुम ही हो आधार…..
श्रद्धा से है खीर बनायी…
प्रेम से है खीर बनायी….
नेह लगायी चरण तोहार…..
महिमा है मइया अपरमपार….
मइया तुम ही हो आधार…..
जन धन को सौभाग्य मनायी..
हाथ जोड़ छठ मइया अरज लगायी….
छठ मइया अरजी सुने हमार….
मइया अरजी सुने हमार……
मइया तुम ही हो आधार…..
ठेकुआ है मइया बनायी ऽऽऽ…
छठ मइया कलसूप है सजायी…..
मइया करके सोलह श्रृंगार ऽऽऽ
आये हैं दरबार……
छठ मइया तुम ही हो आधार…..
मइया तुम ही हो आधार……
जोड़े जोड़े मइया मेरी ऽऽऽ
नारियल फलवा चढ़ायी….
दीपक दीया जलाकर मइया,
मनसा तुम से लऽऽ गायी ….
छठ मइया तुम ही हो आधार…..
मइया तुम ही हो आधार……
आँचल पसार मइया भिक्षा तोहसे माँगू…..
म इया तुझको ही अपना मानूँ..
कृपा देना अपार ….
महिमा है मइया अपरमपार….
छठ मइया तुम ही हो आधार…..
मइया तुम ही हो आधार……
महीमा है मइया अपरमपार….
महीमा है.. अपरमपार….
छठ मइया तुम ही हो आधार…..
मइया तुम ही हो आधार……