जमशेदपुर.
नारी है तो श्रृष्टि है. नारी के बिना संसार की कल्पना बेमानी है. आज नारी हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रही है. नारी एक साथ कई रुपों में अपनी जिम्मेदारियां निभाती है. वह शक्ति है, वह सबला है. नारी ज्ञान की देवी मां सरस्वती है, तो पापियों का नाश करने वाली शक्ति स्वरुपा मां दुर्गा और काली भी है. बेटी के जन्म से लेकर बाबुल के घर से पराये घर विदाई तक किस तरह खुशियां लेकर आती है और अपने विदाई के बाद जैसे पिता के घर को सुना कर चली जाती है. बेटी और नारी से जुड़ी कहानी, कविता के जरिये आस्था ने शिक्षा, रुपश्री ने नारी के सम्मान और सुहानी ने बेटी के विदाई के क्षण और पिता के मर्म, संवेदना को अपनी कविता के माध्यम से सामने रखा है. कैंपस बूम के कैंपस इवेंट के इस अंक में इस तीन इंट्री को शामिल किया गया है. नारी पर यह तीनों इंट्री भी छात्राओं ने ही भेजी है.
Name – Rupshree Singh
Class – X B
School – Vivek Vidyalaya, Chhota Govindpur, Jamshedpur1
नारी
नारी का सम्मान करो,
नारी का तुम मान रखो।
नारी को न करेंगे तंग,
सब कहो यह मेरे संग ।
शिक्षा की देवी,
सरस्वती भी नारी ।
धन की देवी,
लक्ष्मी भी नारी ।
नारी हैं सदाचारी,
करो ना तुम उनकी कारोबारी,
दिखाओ अपनी समझदारी ।
नारी का तुम मान रखो।
संसार की सौंदर्य हैं नारी,
इसलिए तो कहलाती जग की रानी।
नारी ने तो दुनिया संवारी,
चाहें जितने कष्ट गुजारी
चाहे हो जितनी लाचारी
नारी कभी न जग से हारी।
नारी के बनो पुजारी,
आखिर नारी ने दुनिया संवारी।
नारी का सम्मान करो.
नारी का तुम मान रखो।
Name – Aastha Kumari
Class – 12
School – Vivek Vidyalaya, Chota Govindpur, Jamshedpur.
Name – Suhani Kumari
Class – 8
School – Vivek Vidyalaya, Chota Govindpur, Jamshedpur.