Tag: poetry

“अनकही” पोएट्स ऑफ़ जमशेदपुर: शब्दों, भावनाओं व अभिव्यक्ति का उत्सव

"अनकही" पोएट्स ऑफ़ जमशेदपुर द्वारा स्वरचित कहानी और कविताओं का उत्सव Campus…

Campus Boom

मानवीय संवेदनाओं पर खरी उतरती है गोपाल सिंह नेपाली की कविताएं

- हिंदी विभाग, करीम सिटी में गोपाल सिंह नेपाली पर विभागीय संगोष्ठी…

Campus Boom

मुझे उस कोरे कागज को, इस तरह देखना गवारा न था…..

निवेदिता श्रीवास्तव "गार्गी". कोरा कागज उस कोरे कागज पर , अपने मन…

Campus Boom

“मैं… कल्पना तुम उड़ान प्रिये,” चलो मिलकर पतंग उड़ाते हैं

अजय मुस्कान, जमशेदपुर. "मैं… कल्पना तुम उड़ान प्रिये …!!" चलो प्रिये !मिलकर…

Campus Boom

आशाओं के दीप कुछ जलाते हैं, चलो प्रिय! दिवाली हम मानते हैं..

अजय मुस्कान. चलो दिवाली मनाते हैं….. चलो प्रिय ! दिवाली हम मानते…

Campus Boom

संघर्ष के लिए सपनों का बहुत महत्त्व होता है : मनोज भक्त

जमशेदपुर. गोलमुरी स्थित भोजपुरी भवन में जन संस्कृति मंच की ओर से…

Campus Boom

कविता : क्या मांगू उस धरोहर से, बिन मांगे ही तो सब कुछ सुन लिया है….

बैशाली दास, जमशेदपुर. हमारे पालनहार विष्णु है जो धरता चक्रवयूहै जिसपर भार…

Campus Boom