Tag: poetry

मुझे उस कोरे कागज को, इस तरह देखना गवारा न था…..

निवेदिता श्रीवास्तव "गार्गी". कोरा कागज उस कोरे कागज पर , अपने मन…

Campus Boom

“मैं… कल्पना तुम उड़ान प्रिये,” चलो मिलकर पतंग उड़ाते हैं

अजय मुस्कान, जमशेदपुर. "मैं… कल्पना तुम उड़ान प्रिये …!!" चलो प्रिये !मिलकर…

Campus Boom

आशाओं के दीप कुछ जलाते हैं, चलो प्रिय! दिवाली हम मानते हैं..

अजय मुस्कान. चलो दिवाली मनाते हैं….. चलो प्रिय ! दिवाली हम मानते…

Campus Boom

संघर्ष के लिए सपनों का बहुत महत्त्व होता है : मनोज भक्त

जमशेदपुर. गोलमुरी स्थित भोजपुरी भवन में जन संस्कृति मंच की ओर से…

Campus Boom

कविता : क्या मांगू उस धरोहर से, बिन मांगे ही तो सब कुछ सुन लिया है….

बैशाली दास, जमशेदपुर. हमारे पालनहार विष्णु है जो धरता चक्रवयूहै जिसपर भार…

Campus Boom

पढ़िए कविता : दर्द भरा जिंदगी में, मुस्कुराती हूं…

आस्था जायसवाल, जमशेदपुर. मुस्कुराती हूं दर्द भरा है जिंदगी में,फिर भी मुस्कुराती…

Campus Boom

पढ़िए आज कविता : “वज़ूद क्या सस्ता दिया गया”

अजय मुस्कान, जमशेदपुर. वज़ूद क्या सस्ता दिया गया….!!” पूछो न कितनी बार…

Campus Boom