डॉ संजीव श्रीवास्तव
गर्मी अपने प्रचंड रूप में है. दिन का तापमान 40 से 42 डिग्री के बीच चल रहा है. ऐसे में बच्चों के सेहत को लेकर खासा ख्याल रखना पड़ता है. स्कूल जाने वाले बच्चे धुप और गर्म हवा की थपेड़ों से झूलस जाते हैं और शरीर में पानी की कमी से बहुत ज्यादा दिक्कत होती है. स्कूल जाने, पार्क में खेलने और ट्यूशन जाने में बच्चों को गर्मी का सामना करना पड़ता है. बच्चों का एनर्जी लेवल भी कम हो जाता है. सुबह स्कूल जाना, फिर घर आना, फिर ट्यूशन और शाम को खेलने का वक्त, इसके लिए बच्चों को भरपूर एनर्जी की जरूरत होती है लेकिन गर्मी ये एनर्जी घट जाती है और बच्चे जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं. ऐसे में डिहाइड्रेशन का खतरा बना रहता है. लेकिन अच्छी बात है कि इसी गर्मी में ऐसे कई मौसमी फल मिलते हैं जिसके सेवन से न केवल पानी की कमी को दूर कर सकते हैं बल्कि बच्चों की तंदुरुस्ती और ऊर्जा को बरकरार रख सकते है. इन फल के सेवन से बच्चे खुद को बहुत एनर्जेटिक महसूस करेंगे और दिन भर एक्टिव रहेंगे.
गन्ने का रस
गन्ने का रस तुरंत एनर्जी प्रदान करता है. इसलिए, चिलचिलाती गर्मी की धूप में हमें ऊर्जावान बनाने और तरोताज़ा रखने के लिए गन्ने का रस सर्वश्रेष्ठ पेय है. इसमें मौजूद प्राकृतिक एवं सरल (सिंपल) शुगर को हमारा शरीर आसानी से सोख लेता है, जिसकी वजह से हमारा शुगर लेवल भीषण गर्मी में भी संतुलित बना रहता है.
आम का पन्ना
आम पन्ना स्वास्थ्य के लिहाज से कई प्रकार से लाभकारी है. गर्मियों में ये कुछ अधिक ही खास हो जाता है. गर्मियों में शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की बेहद कमी हो जाती है. ऐसे में सबसे पहले हम हीट स्ट्रोक का शिकार हो जाते हैं. तो, इस स्थिति से बचने के लिए सोडियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे खनिजों से भरपूर आम पन्ना का एक गिलास शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स के ठीक संतुलन को वापस लाने में सहायता कर सकता है. साथ ही इसका विटामिन सी और विटामिन बी आंतों की सफाई में सहायता करती है. ये कब्ज, बदहजमी और एसिडिटी की परेशानी में भी कारगर है. आम पन्ना बनाने के लिए पहले कच्चे आम को उबालने और पीस कर दरदरा कर पुदीने के कुछ पत्ते, जीरा भून कर और काला नमक मिला कर पीना चाहिए. इसमें काम भर का पानी, नमक, थोड़ी सी चीनी और एक नींबू का रस मिला कर पीना फायदेमंद होता है.
निम्बू पानी
नींबू पानी में कार्ब्स, प्रोटीन, फॉस्फोरस, सोडियम, पोटैशियम और मैग्नीशियम, विटामिन ई, फोलेट अन्य पोषक तत्व भी पाए जाते हैं. इन पोषक तत्वों की मदद से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है. गर्मियों में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए भी नींबू पानी का सेवन फायदेमंद होता है.
पुदीना भी है फायदेमंद
दपुदीना के सेवन से पेट को काफी ठंडक मिलती है. निम्बू पानी और गन्ने के रस के साथ इसे मिला कर पीने से ण केवल स्वाद बढ़ जाता है बल्कि ये पेट को ठंडा रखने के साथ कई तरह की बीमारी से लड़ने का काम करता है. पुदीना के पांच बड़े फायदे हैं. पुदीना के इस्तेमाल से पाचन से संबंधित हर तरह की समस्याएं दूर हो सकती हैं. पेट दर्द में पुदीना, जीरा, काली मिर्च और हींग को मिलाकर खाने से तुरंत फायदा मिलता है. पुदीना खीरे की तरह त्वचा के लिए फायदेमंद होता है. यह त्वचा को मॉश्चराइज रखता है. एलर्जी की समस्या में पुदीना काफी उपयोगी है. नाक, आंख से जुड़ी एलर्जी को दूर करने में पुदीने का कोई तोड़ नहीं है. यह दिमाग को शांत रखने का काम भी करता है. खांसी-जुकाम या खांसी की समस्या है तो पुदीने की चाय पीने से काफी राहत मिल सकती है. इससे शरीर की ऊर्जा बरकरार रहती है और इम्यूनिटी मजबूत होती है.
नारियल पानी
नारियल पानी (डाब) में पोटैशियम, इलेक्ट्रोलाइट और खूब पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को हाइड्रेट और हेल्दी रखते हैं. बच्चों को नारियल पानी का स्वाद भी बहुत अच्छा लगता है इसलिए अपने बच्चे को नारियल पानी पिलाने में आपको ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ेगी.
तरबूज
यह बहुत ही रसीला और पोषक तत्वों से भरपूर फल है. गर्मी के मौसम में तरबूज शहर, मुहल्ला में बिकता मिल जाता है. इसमें 92 पर्सेंट पानी होता है जो शरीर को हाइड्रेट रखने और बॉडी से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने का काम करता है. इसमें विटामिन ए भी होता है जिससे स्किन सुंदर दिखती है.
खीरा और ककड़ी
ये भी गर्मी में खूब आता है और लोगों को खीरे का स्वाद काफी पसंद होता है. सलाद तो खीरे के बिना अधूरी है. खीरे के अलावा आप बच्चे को ककड़ी भी खिला सकते हैं. खीरा शरीर को ठंडा रखने में मदद करता है और इससे बच्चों में कब्ज की समस्या नहीं होती है. स्वाद के लिए नमक या चाट मसाला डाल कर खाया जा सकता है.
दही
दही बहुत ठंडी होती है और आप बच्चे को नाश्ते, लंच और डिनर में दही दे सकते हैं. दही की लस्सी और छाज इस मौसम में काफी ठंडक प्रदान करता है. दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स पाचन के लिए बहुत अच्छे होते हैं और ये शरीर को अंदर से ठंडा रखती है साथ ही दही से बच्चों को कैल्शियम भी मिलता है जिससे उनकी हड्डियां मजबूत बनती हैं.
प्याज़
दादी नानी के नुख्से का प्रमुख हिस्सा प्याज रहा है. लू न लगे इसके लिए रामबाण है प्याज़. अगर प्याज को कच्चा खाया जाए, तो इससे ठंडक देने वाले प्रभाव बढ़ जाते हैं. गर्मी में प्याज खाना बहुत फायदेमंद रहता है. अगर गर्मी में बच्चे की नाक से खून आ रहा है, तो प्याज को सुंघाएं या प्याज का पेस्ट सिर पर लगाएं या इसका रस नाक में डाल दें. गर्मी से बचने के लिए प्याज का रस पी सकते हैं या शरीर के जिन हिस्सों पर गर्मी लग रही है, वहां प्याज का रस लगाने से फायदा होता है.
नोट :- बच्चे को किसी तरह की समस्या पहले से हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर किसी खाद्य पदार्थ का सेवन करें.