जमशेदपुर.
श्री कृष्ण मंदिर, भूवनगिरी टेल्को में आयोजित 37वां श्रीमद भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठे दिन वृंदावन से पधारे आचार्य कैलाश राधा शरण जी महाराज प्रभु को पुष्प अर्पित किए. भगवान कृष्ण की बाल लीलाओं की चर्चा करते हुए चीरहरण की लीला को विस्तार से बदलते हुए कहा की निर्वस्त्र होकर जल में स्नान नहीं करना चाहिए क्योंकि जल के देवता वरुण है उनका दोष लगता है लगता है और बताया कि जियो और ब्रह्म के बीच में कैसा पर्दा जब तक जिया पूर्ण रूप से भगवान की शरण नहीं जाता तब तक जीव को भगवान अपनाते नहीं है.

इसके पूर्व समाजसेवी शिव शंकर सिंह, इंद्रजीत सिंह, राजेन्द्र प्रसाद सिंह, कृष्ण मंदिर के अध्यक्ष टीके सुकुमारण, महामंत्री एमके राजेश, कोषाध्यक्ष टीए जयराम और शैलेश ने आरती किए.
मौके पर कथा सहयोगी सुरेंद्र पांडे, बृजेश तिवारी, बालकृष्ण, आदित्य शास्त्री और श्रद्धालुगण उपस्थित थे. प्रवचन रोजाना 3 बजे से संध्या 7:30 बजे तक चलेगा. भागवत कथा की पूर्णाहुति रविवार 3 मार्च को होगी.