Latest Writer Column (लेखक की कलम) News
हिंदी दिवस पर पढ़िए कविता : मैं हिंदी हूं
मनोज किशोर, जमशेदपुर. भारतीय संविधान ने १૪ सितम्बर १९૪९ में हिंदी को…
पढ़िए आज कविता : “वज़ूद क्या सस्ता दिया गया”
अजय मुस्कान, जमशेदपुर. वज़ूद क्या सस्ता दिया गया….!!” पूछो न कितनी बार…
पढ़िए कविता : खुद को समझने की “तलाश”
डॉ पुरुषोत्तम कुमार, जमशेदपुर. हमें पता हो या ना होहम अपना निर्माणहर…
बड़ी बात : अमेरिकी सहयोग से झारखंड में औद्योगिक विस्तार की संभावना
कमांडर संजीव रमन, जमशेदपुर. जी20 नई दिल्ली शिखर सम्मेलन 10 सितंबर को…
आज पढ़िए कविता : जीने की समझ…
डॉ पुरुषोत्तम कुमार. जमशेदपुर. क्या हुआ भला, क्या हुआ बुराक्या रखा इस…
सियासत के दिल में वोटों की बेबसी मिलती है…
राजीव दुबे. देख कर हमारी शहादत जिनको खुशी मिलती है, है अपना,…
खुद से लड़ रही हूं मैं….
अनिशा श्रीवास्तव, जमशेदपुर. खुद से लड़ रही हूं मैं,अजीब सी उलझनों में…
शिक्षक दिवस विशेष : गुरु की कृपा हो जाए तो,अंधेरे में उजाला हो जाए
राजीव दुबे, जमशेदपुर. धरा बदल सकते हैं वो आसमान बदल सकते हैं…
दलित लेखन न्याय और आक्रोश का साहित्य है : प्रो बजरंग तिवारी
जलेस का दलित साहित्य पर गोष्ठी जमशेदपुर. जमशेदपुर के गोलमुरी स्थित भोजपुरी…