मनोज किशोर.
महिला दिवस की शुभकामनाएं
हे जगतजननी नारी,
तू मान है, सम्मान है,
हर घर की शान है.
तुझसे शुरू सुबह है,
तुझसे ही ख़त्म शाम है.
हे नारी, तू अभिशाप नहीं,
तू हर घर की अभिमान है.
उठ जाग, कर संघर्ष
निकल पुरूषों की छाया से,
बना खुद की पहचान,
तुझमे अनन्त शक्ति विद्यमान है.
तुम्हारे तप, त्याग, तपस्या
को कोटि कोटि प्रणाम है.