– विवेक विद्यालय को मिला ओवरआल चैंपियन का ख़िताब
– स्वामी विवेकानंद जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया गया पुरस्कार वितरण समारोह
जमशेदपुर.
बच्चों की रचनात्मक और कलात्मक प्रतिभा को निखारने के उद्देश्य से आयोजित कविता, कहानी, चित्रकारी प्रतियोगिता के विजेताओं को शनिवार को पुरस्कृत किया गया. स्वामी विवेकानंद की 162वीं जयंती के उपलक्ष्य में वीआर मीडिया एंड प्राइडक्शन की ओर से प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण समारोह टेल्को स्थित थीम पार्क परिसर में आयोजित किया गया.
कार्यक्रम में बतौर अतिथि विवेक विद्यालय के प्रिंसिपल अवधेश कुमार सिंह, प्रेस क्लब ऑफ़ जमशेदपुर के अध्यक्ष संजीव भारद्वाज, झारखंड मानवाधिकार संघ के अध्यक्ष दिनेश कुमार किनू, अधिवक्ता राकेश कुमार सिन्हा, समाजसेवी अंजनी पांडे, प्रकाश सहाय, अरिजीत सरकार, दीपक श्रीवास्तव, दीप पाल अन्य लोग मौजूद रहे. कविता, कहानी, चित्रकारी तीनों श्रेणी में विद्यार्थियों के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए कैंपस इवेंट ओवरआल चैंपियन का ख़िताब विवेक विद्यालय, छोटा गोविंदपुर को दिया गया. स्कूल की ओर से यह सम्मान प्राचार्य अवधेश कुमार सिंह, शिक्षिका गार्गी धर्म, सुषमा नामता, जीत सिंह राठौर ने ग्रहण किया.
वर्गनुसार (क्लास) तीनों श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान के लिए बच्चों को पुरस्कृत किया गया. वहीं मोस्ट एक्टिव पार्टिसिपेट के तौर पर विवेक विद्यालय के कक्षा 5बी की छात्रा भावना कुमारी को दिया गया. वहीं फर्स्ट एंट्री के लिए विग इंग्लिश स्कूल के कक्षा 1ए की छात्रा देबश्री गोप को दिया गया जबकि स्पेशल अपीरियंस के लिए अनुराग सावर्ण, हर्षित सिन्हा को पुरस्कृत किया गया. कार्यक्रम में कुल 35 बच्चों को पुरस्कार दिया गया.
अतिथियों ने की प्रयास की सराहना
अतिथियों ने बच्चों की रचनात्मक और कलात्मक गुणों को निखारने और उन्हें मंच देने के लिए आयोजको की सराहना की. साथ ही अतिथियों ने स्वामी जी के जीवन के आदर्श मूल्यों को अपनाने की अपील विद्यार्थियों से की. मौके पर नवीन मंडल, मो रफ़ीक़, चिराग श्रीवास्तव अन्य लोग मौजूद रहे.
इन्हे मिला पुरस्कार
वर्ग – प्रथम से चतुर्थ (क्लास 1 से 4)
श्रेणी—– प्रथम ———- द्वितीय ————– तृतीय
चित्रकारी – प्रत्युष कुमार (विवेक विद्यालय- 4सी) – रुपमणि कुमारी (माध्यमिक उत्क्रमित विद्यालय, मुंगेर बिहार- 3) – ज्योदीप पाल/सिद्धार्थ कुमार (विवेक विद्यालय- 4सी- 4बी)
कहानी – अगस्त्य प्रसाद (विवेक विद्यालय- 2बी) – आयुष कुमार (विवेक विद्यालय- 3सी) – काव्या कुमारी (विवेक विद्यालय- 4सी)
कविता – हर्ष कुमार (विवेक विद्यालय- 4बी) – रियांशू राज/कृष्णा कुमार (विवेक विद्यालय- 2सी/4सी) – अदिती सिंह (विवेक विद्यालय- 4ए)
वर्ग – पांचवीं से आठवीं (क्लास 5 से 8)
श्रेणी ——– प्रथम ———- द्वितीय ————– तृतीय –
चित्रकारी – वैभवी (डीएवी पब्लिक स्कूल, बिस्टुपुर- 8) – अंश पात्रो (विवेक विद्यालय- 8) – बिराज मन्ना (विवेक विद्यालय- 5बी)
कहानी – भावना कुमारी (विवेक विद्यालय- 5बी) – खुशी सिन्हा (विवेक विद्यालय- 6बी) – सुभोजीत दास (विवेक विद्यालय- 5बी)
कविता – आर्यन कुमार (विवेक विद्यालय- 5बी) – जानव्ही सिन्हा (विवेक विद्यालय- 8ए) – अपर्ना कुमारी/हर्ष राज गिरी (विवेक विद्यालय- 7/6ए)
वर्ग – नौवीं से 12वीं (क्लास 9 से 12)
श्रेणी – प्रथम ———- द्वितीय ——-—– तृतीय –
चित्रकारी – हर्षिता (विवेक विद्यालय- 9सी) – हरि प्रिया (जेएच तारापोर- 10ए) – इसिका गोराई/अंकिता कुमारी (विवेक विद्यालय- 9सी/9सी)
कहानी – निहारिका कुमारी (विवेक विद्यालय- 9) – नीलम प्रिया (विवेक विद्यालय- 9बी)
कविता – सुमित कुमार शर्मा (विवेक विद्यालय- 10बी) – सौम्या खुशी (विवेक विद्यालय- 9बी) – नैना कुमारी/प्रियोम दास (विवेक विद्यालय- 11/10बी)
स्पेशल एपियरेंस :
चुकी यह प्रतियोगिता उम्र सीमा 5 से तय थी. यानी कक्षा एक से 12 तक के लिए. लेकिन इसमें ऐसे भी बच्चों ने हिस्सा लिया जो एलकेजी, यूकेजी में पढ़ाई कर रहे हैं. ऐसे में उन बच्चों को अन्य प्रतिभागियों के साथ तुलना करना बेमानी होती, इसलिए इन कक्षा से आई सभी इंट्री को स्पेशल एपियरेंस केटेगरी में रखते हुए अनुराग सावर्ण और हर्षित सिन्हा को स्पेशल एपियरेंस पुरस्कार देने का फैसला लिया गया है.
मोस्ट एक्टिव पार्टिसिपेंट –
इस बार की प्रतियोगिता में एक नया पुरस्कार दिया जा रहा है. यह उस प्रतिभागी के लिए जिन्होंने कई नियम शर्त के विपरित अपनी इंट्री भेजी, लेकिन जैसी की हमारा उद्देश्य बच्चों की प्रतिभा व रचनात्मकता को निखारना है. इसलिए इस केटेगरी के लिए विवेक विद्यालय की कक्षा 5बी में पढ़ने वाली भावना कुमारी को चयनित किया गया है. भावना ने अपनी भेजी सभी इंट्री के माध्यम से अपनी लगनसिलता का परिचय दिया.
इसके अलावा सबसे पहले इंट्री भेजने के लिए भी इस केटेगरी में एक प्रतिभागी का चयन किया गया है. विग इंग्निश स्कूल के कक्षा 1ए के देबश्री गोप का नाम भी इस केटेगरी में शामिल है.
ओवरऑल चैंपियन –
प्रतियोगिता का सबसे महत्वपूर्ण पुरस्कार. व्यक्तिगत तौर पर पुरस्कार जीतने की जितनी खुशी होती है, उससे ज्यादा संस्थागत यानी हम जहां पढ़ रहे हैं अगर उस स्कूल को ओवरऑल चैंपियन का खिताब मिल रहा है, तो इसका मतलब है कि इसमें सभी के व्यक्तिगत प्रयास के साथ स्कूल के टीचर्स, प्रिंसिपल, स्टाॅफ, पैरेंट्स का बड़ा योगदान है. इस केटेगरी में सीजन 1 की तरह फिर से सीजन 2 में भी ओवरऑल चैंपियन का खिताब छोटा गोविंदपुर स्थित विवेक विद्यालय के नाम गया है.