- रांची विश्वविद्यालय ने जारी किया पत्र.
- कर्मचारी के नाम, नदनाम, नियुक्ति तिथि, योगदान तिथि सभी की मांगी जानकारी
जमशेदपुर.
झारखंड के विश्वविद्यालयों और अंगीभूत महाविद्यालयों में अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर मिलने के संकेत दिखाई दे रहे हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से सभी कॉलेजों को पत्र जारी कर अनुबंधन और दैनिक वेतन पर कार्यरत कर्मचारियों की संख्या और सूची मांगी गयी है. जारी पत्र में कहा गया है कि कर्मचारी का नाम, पदनाम, नियुक्ति तिथि, योगदान तिथि, स्थान (नियुक्ति पत्र की कॉपी) समेत सूची उपलब्ध करायी जाए.
हो सकते हैं अच्छे संकेत :
राज्य के सभी विश्वविद्यालय के अंगीभूत महाविद्यालय में कार्यरत अनुबंध कर्मचारियों के लिए यह अच्छी खबर हो सकती है. क्योंकि यह चिट्टी जारी हुई है, तो निश्चित तौर पर सरकार के आदेश पर जारी किया गया होगा. अगर ऐसा हुआ है, तो यह अच्छे संकेत हो सकते हैं. क्योंकि कॉलेजों में अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक कई दिनों से समायोजन की मांग कर रहे हैं. और इसको लेकर हाई कोर्ट में याचिका भी दायर की गयी है. उम्मीद यह भी जताई जा रही है कि हाई कोर्ट के आदेश पर सरकार ने सभी विवि से सूची मांगी हो जिसके बाद विवि ने अंगीभूत कॉलेजों के यह पत्र जारी किया है.
दस हजार से ज्यादा शिक्षक, कर्मचारी हैं अनुबंध पर :
झारखंड के सात विश्वविद्यालय में 62 महाविद्यालयों में स्नातक और इंटरमीडिएट के लगभग सात हजार से ज्यादा शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी कार्यरत हैं. इसमें से स्नातक स्तर पर कार्यरत शिक्षकों को आवश्कता आधारित कर दिया गया है. वहीं इंटरमीडिएट के शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के सामने डिग्री कॉलेज से इंटर की पढ़ाई बंद होने से बेरोजगार होने का डर समाया हुआ है. हालांकि इस वर्ष दाखिला जारी रहने से यह डर फिलहाल के लिए टल गया है. लेकिन फिर आगे क्या होगा? इसलिए झारखंड विश्वविद्यालय महाविद्यालय शिक्षक शिक्षकेत्तर मोर्चा की ओर से झारखंड हाई कोर्ट में याचिका दायर की गयी है. डिग्री कॉलेज में संचालित इंटरमीडिएट के लिए पूरे राज्य के 62 अंगीभूत कॉलेजों में सबसे अधिकत पांच हजार शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी कार्यरत है. अगर सूची मांगी गयी है और सकारात्मक पहल होती है, तो इंटरमीडिएट में अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है.