- जमशेदपुर को- ऑपरेटिव कॉलेज में विश्व पृथ्वी दिवस मनाया गया
जमशेदपुर.
जमशेदपुर को- ऑपरेटिव कॉलेज में विश्व पृथ्वी दिवस कार्यक्रम का आयोजन महाविद्यालय के स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित किया गया. कार्यक्रम का उद्धघाटन दीप प्रज्जवलित करके महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर सिंह एवं मुख्य अतिथि के रूप में कोल्हान विश्वविद्यालय के वनस्पति विभाग के पी जी हेड डॉ विष्णु शंकर सिन्हा ने किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने कहा कि इतने प्रचार प्रसार व जागरूकता के बाद भी वनो, पृथ्वी के संसाधनों एवं पृथ्वी की नैसर्गीकता को संरक्षित करने में हम अभी तक सफल नही हो पाये हैं. वर्तमान समय में पृथ्वी के जीवन रक्षक घटकों, वायु, जल एवम् मृदा की प्राकृतिक गुणवत्ता में लगातार ह्रास होता रहा है.
मनुष्य के उत्तरदायीत्वहींन क्रिया, कलापों की वजह से धरती कराह रही है. पृथ्वी को बचाने के लिए हीं जागरूकता के प्रचार प्रसार के लिए हर वर्ष 22 अप्रैल को 1970 से हीं “पृथ्वी दिवस” मनाया जाता है. जैव विविधता से प्रचर अमेजन के वनो को भी बचाने में हम असफल साबित हो रहे हैं. वन के समाप्त होने के कारण हमारी धरती पर गर्मी बढ़ती जा रही है जो कि पृथ्वी के लिए शुभ संकेत नही है। जैव विविधता को हर हाल में बचाना होगा तभी जाकर पृथ्वी का कल्याण हो सकता है. प्राचार्य डा अमर सिंह ने कहा कि जो बदलाव वातावरण मे लाखों सालों में होने थे वो बहुत कुछ हीं वर्षों में तेजी से हों रहें हैं. इसलिए तरह तरह की बीमारी फैल रही हैं, जिसका ताज़ा उदाहरण कोविड-19 है.
इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत परिसर स्थित पार्क के पौधों को पानी पटाकर किया गया. विश्व धरा दिवस पर हम सब को मिलकर कुछ सार्थक प्रयास करना होगा ताकि अपनी पृथ्वी को बचाया जा सकें. इस कार्यक्रम को महाविद्यालय की इको तथा गार्डेन समिति के समन्यवयक व सीनेंट सदस्य सह वनस्पति विभाग के विभागध्यक्ष डॉ ब्रजेश कुमार की देख- रेख किया गया. उन्होंने विषय प्रवेश कराया.
मुख्यमंत्री अतिथि डॉ विष्णु शंकर सिन्हा ने धरती को बचाने के लिए सभी को सार्थक व वास्तविक धरातल पर भरपूर प्रयास करने की आवश्यकता पर जोर दिया. कार्यक्रम को भौतिक विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ आर के कर्ण, डॉ ब्रजेश कुमार, जंतु विज्ञानं विभागाध्यक्ष डॉ अमर कुमार, डॉ अशोक कुमार रवानी, डॉ शालिनी शर्मा एवम् डॉ स्वाति सोरेनने भी सम्बोधित किया एवम् पृथ्वी को बचाने हेतु विभिन्न उपायों की विस्तृत चर्चा की.
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन वनस्पति विज्ञान विभाग की डॉ शालिनी शर्मा ने किया जबकि सफल मंच संचालन डॉ अनीता कुमारी एवम् डॉ अनुपम इंदिवर ने किया. कार्यक्रम के अवसर पर मंच पर प्राचार्य डॉ अमर सिंह, डॉ अमर कुमार, डॉ आर के कर्ण, सीनेंट सदस्य ब्रजेश कुमार, डॉ अशोक रवानी, डॉ स्वाति सोरेन, डॉ शालिनी शर्मा, डॉ अनिता सिंह, डॉ अनुपम, सीटीओं स्वरूप कुमार मिश्रा, ईश्वर कुमार, सुबोध कुमार
सिंह के अलावा काफी संख्या में शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे.