जमशेदपुर.
एक परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा जब उनके सात वर्षीय बेटे की मौत हो गयी. लेकिन इतना साहसी एक परिवार जिसने बेटे के खोने के गम के बीच उसकी आंखे अपने उम्र से भी ज्यादा जिंदा रहने और दुनिया को देख सके इसके लिए नेत्रदान जैसी पहल करता है. ऐसे कम ही लोग होते हैं जिनके घर में मौत हुई हो वह भी एक नन्हें बालक जो पूरे परिवार के हंसने, खुश होने कारण था और वह ही उनके आंखों के सामने से चला गया और वह परिवार उसकी आंखों को दान कर न केवल खुद बल्कि उस नन्हें बालक को भी दूसरे के लिए प्रेरणा का स्रोत बना दिया है. यह कहानी है जमशेदपुर के जुगसलाई निवासी निर्मल अग्रवाल के सात वर्षीय पुत्र कविश अग्रवाल की. कविश अग्रवाल का शुक्रवार 22 सितंबर की सुबह 4 बजे आकस्मिक देहांत हो गया है. बच्चे की मौत से परिवार वाले काफी दुखी और शोक में थे, लेकिन परिवार समाज सेवा में शुरू से है. कविश की दादी मधु देवी जो मारवाड़ी महिला मंच की सदस्य हैं उन्हें अपने पोते की आंख को दान देने का निर्णय लिया. जिसमें बच्चे के माता पिता राजी हो गए और एक परिवार दुख की घड़ी में भी दुनिया को एक बड़ी सीख और प्रेरणा देने का काम किया है.
आंखें मृत्यु के बाद भी रोशनी देती रहेगी
मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की पहल पर मंच की सदस्य मधु देवी अग्रवाल का पोता कविश के निधन के बाद उनके पिता निर्मल अग्रवाल और माता नेहा अग्रवाल की सहमति से जुगसलाई निवास पर ही यह आठवां नेत्रदान सफलता पूर्वक करवाया गया. जिससे दो लोगों की दुनिया रोशन होगी. इस नेक कार्य में रोशनी संस्था की सचिव सीता जोशी, टीएमएच के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अंशुमान और मंच की नेत्रदान प्रमुख सुशील खीरवाल की अहम भूमिका रही. इस पुनीत कार्य के लिए मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर की अध्यक्ष बीना अग्रवाल ने अग्रवाल के परिजनों, रोशनी संस्था और डॉ अंशुमान को साधुवाद दिया. इस प्रकार के नेत्रदान और देहदान का कार्य समाज के लिए मार्गदर्शन और मिसाल कायम करता है.
मंच चला रहा है अभियान
मारवाड़ी महिला मंच जमशेदपुर द्वारा नेत्रदान महादान पर एक अभियान चलाया जा रहा है और मृत्यु के बाद नेत्रदान करवाने में सक्षम भी हो रहें है. अब लोगों में काफी जागरूकता आ गई है. बहुत खुशी की बात है कि अब नेत्रदान के लिए लोग स्वयं संपर्क कर रहे हैं. इस कार्य के लिए संस्था सभी सेवाएं निःशुल्क प्रदान करती है. समाज के सभी बंधुओं से अपील है कि अगर किसी के घर में ऐसी घटना होती है और वे अगर नेत्रदान करवाने में इच्छुक हो तो मंच की अध्यक्ष बीना अग्रवाल (9304833999), संस्थापिका जया डोकानिया (7903948375), सुशीला खीरवाल (9431952424) एवं सीमा अग्रवाल (7858016351) से संपर्क कर सकते हैं.