– लोयोला स्कूल टेल्को में शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया
जमशेदपुर.
लोयोला स्कूल टेल्को में शिक्षकों के लिए ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसका मुख्य विषय “शिक्षक योग्यता विकास: छात्र सशक्तिकरण की कुंजी था.”उद्घोषिका रंजीता कौर द्वारा कार्यक्रम का प्रारंभ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सीनियर कॉर्डिनेटर रेशमा रोड्रिग्स द्वारा प्रार्थना के साथ हुई, जिसके बाद सौरभ सर ने प्रार्थना गीत प्रस्तुत किया।
इसके बाद, सम्मानित अतिथियों का परिचय मंच संचालन द्वारा दिया गया। इस कार्यक्रम में लोयोला स्कूल टेल्को स्कूल प्रशासक फादर जेरी और प्राचार्या चरणजीत ओसन जी ने अतिथियों का स्वागत किया और उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किए।
मेरे गीत वहीं तुम जाना, जा उनको गले लगाना, जहां मां की ममता बिछड़ी हो……
प्राचार्या ने सभी नए शिक्षकों का परिचय कराया। मुख्य वक्ता डॉ जेएम अरूल कामराज व नित्या कमराज ने सत्र को संबोधित किया। वाणिज्य और शिक्षा में उच्च योग्यताओं के साथ, उन्होंने अपने करियर की शुरुआत तमिलनाडु में सुनामी परियोजना में वित्त अधिकारी के रूप में की थी। उन्होंने तमिलनाडु और मालदीव में वाणिज्य शिक्षक के रूप में कार्य किया और फिर जीवन कौशल प्रशिक्षण में कदम रखा। उन्होंने विभिन्न स्कूलों, NGOs और कॉर्पोरेट संगठनों में प्रभावशाली प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए हैं, जिससे अनेक शिक्षकों और छात्रों को लाभ मिला है।
कार्यक्रम के एक विशेष सत्र में, डॉ अरुल कामराज ने शिक्षकों को प्रेरणादायक शिक्षा पद्धतियों और छात्र सशक्तिकरण के नवीनतम तरीकों पर मार्गदर्शन दिया। मुख्य बिंदुओं पर पर चर्चा की गई.
•उद्घाटन व आइस ब्रेकिंग
•शैक्षणिक कौशल को बढ़ाना
•शैक्षणिक के लिए 21वीं सदी के जीवन कौशल को बढ़ावा देना
•भावनात्मक शिक्षा को बढ़ावा देना
•छात्रों के रवैये और व्यवहार को समझना
•शिक्षक के नौकरी के तनाव से निपटने की रणनीतियाँ
साथ ही साथ प्रशिक्षण पद्धति को बेहतर करने हेतु समूह गतिविधि और संगीत चिकित्सा मंथन। ऑडियो-विज़ुअल प्रस्तुति और समूह चर्चा,व्यक्तिगत गतिविधियाँ, प्रस्तुति, टूल टास्क और ऑडियो-विज़ुअल मूल्यांकन, प्रश्नोत्तरी गतिविधि और हँसी चिकित्सा प्रयोग किया गया।
उन्होंने शिक्षकों को नवीनतम तकनीकों, कक्षा प्रबंधन रणनीतियों और शिक्षण को अधिक प्रभावशाली बनाने के तरीकों पर प्रकाश डाला। उनके व्याख्यान से उपस्थित सभी शिक्षकों को अपनी शिक्षण शैली को निखारने और विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में योगदान देने की प्रेरणा मिली।
कार्यक्रम के अंत में, जूनियर कॉर्डिनेटर ज़ीनत मारिया सूंड़ी ने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों और आयोजन समिति को धन्यवाद ज्ञापित किया।
यह ओरिएंटेशन कार्यक्रम शिक्षकों के लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध हुआ, जिससे उन्हें नई शिक्षण विधियों और शैक्षणिक दृष्टिकोणों की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई।