- फैसला वापस नहीं लेने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी
जमशेदपुर
कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा के संरक्षक दीपक पांडेय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि कोल्हान विश्वविद्यालय में सीयूईटी के तहत छात्रों का स्नातक में नामांकन लेना सिर्फ छात्रों का आर्थिक दोहन करने की योजना है. इसे अविलंब रद्द करना चाहिए. कोल्हान के विद्यार्थी प्रवेश परीक्षा देने लिए शहर से बहार क्यों जायेंगे? वही कोल्हान के अंगीभूत महाविधालय से इंटर को अलग करना छात्र विरोधी कार्य है. दीपक पांडेय ने बताया की केंद्र सरकार द्वारा झारखंड में नई राष्ट्रीय शिक्षा निति 2020 के तहत लागू किया गया. इसके तहत 12वीं के बाद ग्रेजुशन में नामांकन लेने के लिए सीयूईटी परीक्षा अनिवार्य है जिसके लिए काफी मोटी रकम 700 से 1300 तक ली जा रही है. वही दूसरी ओर झारखंड में 12वीं का रिजल्ट भी देर से आता है. इसमें कई हजार छात्रों का नामांकन रुक जायेगा. अगर पुनः कोल्हान विवि स्नातक का नामांकन चांसलर पोर्टल से लेता है तो विद्यार्थी कम बजट में पढाई कर सकते है. साथ ग्रामीण छात्रों को काफी राहत मिलेगा और आर्थिक समस्या भी नहीं होगी.
दीपक पांडेय ने बताया की सरकार की ओर से फरमान जारी किया गया है कि 2020 नई राष्ट्रीय शिक्षा निति तहत किसी भी डिग्री महाविद्यालय में इंटर की पढाई नहीं होगी तब ये हजारों छात्र कहा जायेंगे. पहले सरकार इन छात्रों के लिए वैकल्पिक महाविद्यालय का इंतजाम करे. नहीं तो, इंटर में पढ़ाने वाले शिक्षक कर्मचारी एक ही झटके में सड़क पर आ जायेंगे जिसे कोल्हान छात्र संघर्ष मोर्चा कभी बर्दास्त नहीं करेगा. अगर दोनों प्रक्रिया में कोल्हान विवि अपना हस्तक्षेप नहीं करेता है तो उग्र आंदोलन के हम सभी छात्र और छात्र नेता बाध्य होंगे .