जमशेदपुर.
आदित्यपुर स्थित श्रीनाथ पब्लिक स्कूल के कक्षा नौवीं और दसवीं के छात्र- छात्राओं ने जमशेदपुर के सुंदरनगर स्थित चेशायर होम का भ्रमण किया. विद्यालय के शिक्षक- शिक्षिकाएं भी इस यात्रा में उनके साथ रहे. छात्रों ने प्रत्यक्ष देखा कि किस प्रकार मंदबुद्धि और विछिन्न अंगों के होने पर भी जीवन को किस तरह जीया जाता है. चेशायर होम के बच्चों के साथ नृत्य, संगीत और हंसी ठिठोली किया. छात्रों ने देखा कि उनके द्वारा बनाई गई हस्तकला अपने आप में बेमिसाल है. साथ ही यह भी सीखा कि जीवन में संघर्ष करने पर सफलता मिलती है न कि भाग्य पर रोने से. दिव्यांग लोगों के बड़े-बड़े कारनामे किताबों में पढ़ाई जाती है, पर आज बच्चों ने उनकी कला को नजदीक से देखा और समझा.
छात्र-छात्राएं बहुत उत्सुकता के साथ चेशायर होम में समय व्यतीत किया वहीं छात्रों के साथ गई विद्यालय की जूनियर कोऑर्डिनेटर रिंकी महतो ने अपने सहयोगियों के साथ अपने साथ ले गई फल, बिस्किट ,मुड़ी अन्य का वितरण किया. रिंकी महतो ने कहा कि छात्रों में दया, प्रेम, सहिष्णुता, भाईचारा और दीनहीन और लाचार लोगों की सेवा करने की प्रवृत्ति को विकसित करना हमारा उद्देश्य होना चाहिए हम छात्रों में किताबी शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी गढ़ते हैं. नैतिकता का पाठ पढ़ाते ही नहीं बल्कि उसे आचरण करना भी सिखाते हैं छात्र- छात्राओं ने भी अपना-अपना अनुभव एक दूसरे से साझा किया.