– पश्चिम सिंहभूम जिले के शिक्षक अजय कुमार महतो को न्याय दिलाने की मांग को लेकर पूर्वी सिंहभूम जिले के शिक्षकों का पश्चिम सिंहभूम जिला शिक्षा पदाधिकारी के खिलाफ प्रदर्शन, निलंबन व एफआईआर वापसी की गुहार
पश्चिम सिंहभूम जिले के सहायक शिक्षक अजय कुमार महतो पर दर्ज एससी-एसटी एक्ट के फर्जी मुकदमे और उनके निलंबन के विरोध में पूर्वी सिंहभूम जिले के विभिन्न मूल्यांकन केंद्रों पर शिक्षकों ने काला बिल्ला पहनकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। यह विरोध, न सिर्फ प्रशासन के फैसले के खिलाफ आक्रोश था, बल्कि एक साथी शिक्षक के लिए न्याय की पुकार भी था।
इस प्रदर्शन में पश्चिम सिंहभूम के साथ-साथ पूर्वी सिंहभूम जिले के शिक्षकों ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया और एकजुटता दिखाते हुए अजय कुमार महतो को न्याय दिलाने की मांग की।
शिक्षकों ने स्पष्ट रूप से दो मुख्य मांगें रखीं:
अजय कुमार महतो के निलंबन को अविलंब रद्द किया जाए। उनके खिलाफ दर्ज फर्जी एफआईआर को तत्काल वापस लिया जाए। विरोध प्रदर्शन के दौरान शिक्षकों ने अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए मूल्यांकन कार्य को यथावत जारी रखा। उन्होंने मूल्यांकन केंद्रों पर उपस्थित होकर उत्तरपुस्तिकाओं की जांच की, लेकिन काले बिल्ले पहनकर अपने आक्रोश और असहमति को दर्ज किया।
शिक्षकों ने आरोप लगाया कि अजय कुमार महतो को निर्दोष होते हुए भी झूठे मुकदमे में फंसाया गया, जो न केवल व्यक्तिगत अपमान है, बल्कि पूरे शिक्षक समुदाय के आत्म-सम्मान पर चोट है। इस पूरे प्रकरण के लिए उन्होंने पश्चिम सिंहभूम के जिला शिक्षा पदाधिकारी टोनी प्रेमराज टोप्पो को जिम्मेदार ठहराया और उनके खिलाफ भी नाराजगी जताई।
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संघ और शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो आगे राज्यव्यापी आंदोलन किया जाएगा। यह शांतिपूर्ण विरोध न सिर्फ एक शिक्षक के समर्थन में है, बल्कि यह दर्शाता है कि जब अन्याय होता है, तो शिक्षक समुदाय एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद करने जानते हैं