- कोल्हान यूनिवर्सिटी, चाईबासा में हुआ कार्यक्रम का आयाेजन
- राजकुमारी प्रथम, पूर्णिमा हेंब्रम और लक्ष्मीप्रिया द्वितीय जबकि लीलावती और प्रीति बोदरा को मिला तृतीय पुरस्कार
जमशेदपुर.
कोल्हान विश्वविद्यालय में आज विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में कोल्हानमंजरी की ओर से चित्रकारी, कोलाज मेकिंग और रील्स मेकिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई. इसमें कोल्हान विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर विभागों से छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया. चित्रकारी प्रतियोगिता गुरुवार को आयोजित की गई और विजेताओं का चयन शुक्रवार को किया गया. विजेताओं का चयन चित्रित विषय की रचनात्मकता और मौलिकता, थीम के आधार पर कलात्मक रचना और समग्र डिजाइन की गुणवत्ता, कला की समग्र छाप और चित्र की गुणवत्ता के आधार पर किया गया.
ट्राइबल पेंटिंग था थीम
चित्रकारी में ट्राइबल पेंटिंग थीम रखा गया था इसके अंतर्गत प्रतिभागियों ने सोहराई पेंटिंग और वर्ली पेंटिंग अन्य को अपनी प्रतिभाओं से बखूबी प्रदर्शित किया. चित्रकारी प्रतियोगिता में राजकुमारी देवगम को प्रथम स्थान, पूर्णिमा हेंब्रम और लक्ष्मीप्रिया को संयुक्त रूप से द्वितीय स्थान जबकि लीलावती और प्रीति बोदरा को तृतीय स्थान प्राप्त हुआ. चित्रकारी प्रतियोगिता में अंग्रेजी विभाग की डॉ अनिता चौधरी और साइकोलॉजी डिपार्टमेंट के डॉ धर्मेंद्र रजक ने निर्णायक की भूमिका निभाई.
कार्यक्रम के समापन के अवसर पर मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित की गई. इसमें कई विद्यार्थियों ने आदिवासी लोक कला और संस्कृति को गीत संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में नूतन ने भाषण, सेरेना पूर्ति माधुरी और प्रीति कुमारी ने कविता प्रस्तुत की. मंच का संचालन अंग्रेजी विभाग की पूर्णिमा और ज्योति प्रियंका ने किया. इस संपूर्ण कार्यक्रम का संयोजन स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग की सहायक अध्यापिका प्रो दानगी सोरेन ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन कार्यक्रम के समन्वयक और अंग्रेजी विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ संजय यादव ने किया.
कार्यक्रम को सफल बनाने में अमित खलखो, सीयोन मुंडिया, प्रिया सोरेन, सिकंदर, देबू टुडू, गिटारवादक विजय विकास बोयपोई, अभिषेक लकड़ा की भूमिका सराहनीय रही. इस अवसर पर दर्शनशास्त्र विभाग के डॉ पास्कल, डॉ अश्वनी यादव, डॉ प्रीति, होम साइंस डिपार्टमेंट की डॉ रूबी रानी और शीट टोप्पो अन्य प्रमुख रूप से उपस्थित थे.