- हाथियों के पसंदीदा भोजन आधारित पौधे लगाए गए
- श्रमदान से लगाए गए सारे पौधे
जमशेदपुर.
जिला के चाकुलिया क्षेत्र में हाथियों के सर्वाधिक विचरण और भोजन की तलाश में आने और उससे होने वाली समस्या से निपटने के लिए वन विभाग ने मेगा प्लांटेशन प्रोग्राम का शुभारंभ विश्व हाथी दिवस के दिन किया गया. पूर्वी सिंहभूम वन प्रमंडल की ओर से 1,05,500 की संख्या में पौधे लगाए गए. एक स्थान में सबसे अधिक मौरबेड़ा में 10 हजार पौधे रोपे गए. यह सर्वाधिक हाथी प्रभावित क्षेत्र है.
चाकुलिया में कार्यक्रम का हुआ आयोजन, विधायक, डीएफओ हुए शामिल
चाकुलिया रेंज के 99 जगहों को चिन्हित किया गया था. वहीं पौधरोपण को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. कार्यक्रम में बहरागोड़ा के विधायक समीर मोहंती, डीएफओ सबा आलम, रेंज ऑफिसर दिग्विजय सिंह, विमद कुमार व काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे. विधायक ने इस पहल की सराहना की. वहीं डीएफओ ने बताया कि विभाग का हर संभव प्रयास है कि हाथी का प्रवेश आवासीय क्षेत्र में न हो. साथ ही हाथी और मानव का टकराव न हो. साथ ही हाथियों से होने वाली क्षति को रोकने और क्षतिपूर्ति देने की बात भी उन्हाेंने बताई.
पौधरोपण उन स्थानों पर किया गया जहां से हाथियों का प्रवेश रिहायशी क्षेत्र में होता है. पेड़ों के लगाने से हाथी आगे नहीं बढ़ेंगे. उन्हें जब उसी स्थान पर भोजन उपलब्ध हो जाएगा. तो वे आगे की ओर नहीं आकर वापस लौट जाएंगे. बांस, पीपल, बरगद, पाकड़ समेत अन्य पौधों का रोपण होगा. वन विभाग को उम्मीद है कि पौधरोपण से हाथियों के कॉरिडोर को बेहतर बनेगा और हाथी इधर उधर नहीं भटेंगे.
ये होगा फायदा
एलिफेंट कॉरिडोर में हाथियों के पसंदीदा पेड़ लगाए जाने से वे अपने कॉरिडोर में रहेंगे. पेड़ पर लगने वाले पत्ते और फल को खाएंगे. इससे उनको खाने का पर्याप्त व्यवस्था होगी. इससे रिहायशी इलाके में हाथी भटकेंगे नहीं और वे जंगल में ही रहेंगे. जंगल में एलिफेंट कॉरिडोर के जरिए ही आना जाना करेंगे. इससे इलाके के लोगों को राहत मिलेगी और वन विभाग की परेशानी भी कम होगी.