- विद्यार्थियों ने मौन से दिया संदेश – एकता और शांति का संकल्प आतंक और हिंसा से कहीं अधिक मजबूत है
जम्मू कश्मीर में पहलगाम में पिछले दिनों हुए आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए एनआईटी जमशेदपुर के छात्र परिषद ने एक मौन कैंडल मार्च निकाला. कैंडल मार्च में 1000 से अधिक छात्रों ने एकजुट होकर भाग लिया।
पहलगाम हमला: अभी तो पानी रोका है, सांसें भी रोकी जाएंगी, तुम्हारे सीने पर हमारी गोली दागी जाएगी…
यह मार्च एनआईटी गोलचक्कर से शुरू होकर अंबेडकर चौक तक गया और फिर वापस लौटा। यह केवल एक श्रद्धांजलि नहीं थी, बल्कि आतंक के खिलाफ एकजुट होकर खड़े होने का एक मजबूत संदेश था।
इस मार्च की सबसे खास बात यह रही कि कैंपस के बाहर के लोगों ने भी एनआईटी जमशेदपुर के छात्रों की इस एकता और आतंक के खिलाफ उनके संकल्प को देखा और सराहा।
मार्च के अंत में, सभी छात्र पुनः गोलचक्कर पर एकत्र हुए और पीड़ितों व दिवंगतों की स्मृति में एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की। यह शांतिपूर्ण पहल एक सशक्त संदेश देती है—एकता और शांति का संकल्प आतंक और हिंसा से कहीं अधिक मजबूत है।
कैंपस इवेंट 2025: …पर मेरी हड्डियों की नस-नस में, एक ऐसा संकल्प पलता है, जो अकेला भी चलता है