- लोयोला स्कूल टेल्को को सीआईसीएसई बोर्ड से मान्यता मिल गई
- 2015 से स्कूल का हो रहा संचालन, नर्सरी से नौवीं तक हो रही पढ़ाई
- 2026 में यहां के बच्चे देंगे पहली बार 10वीं बोर्ड की परीक्षा
जमशेदपुर.
लोयोला स्कूल टेल्को को सीआईसीएसई बोर्ड ने मान्यता दे दी है. स्कूल प्रबंधन ने इसे बड़ी उपलब्धि बताया है. 2015 से संचालित इस स्कूल का प्रबंधन और लोयोला एसोसिएशन मान्यता लेने के लिए बोर्ड के चक्कर लगा रहा था. आखिरकार हर बिंदू पर खरा उतरने के बाद बोर्ड ने स्कूल को मान्यता देने की घोषणा 18 जुलाई 2024 की शाम को की. इस घोषणा के बाद से स्कूल प्रबंधन, शिक्षक, अभिभावकों में काफी खुशी है. नौवीं में पढ़ रहे बच्चों के अभिभावक बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित थे. बोर्ड की मान्यता मिलने के बाद से अब न केवल उनकी चिंता समाप्त हो चुकी है बल्कि वे बच्चों के भविष्य को उज्ज्वल होता देख रहे हैं. बोर्ड से मान्यता मिलने के बाद इसकी जानकारी स्कूल प्रबंधन ने प्रेसवार्ता के माध्यम से साझा की है.
लोयोला स्कूल बिस्टुपुर के प्रिंसिपल फादर विनोद फर्नांडिस इस मौके पर उपस्थित थे. उन्होंने कहा कि कोई भी स्कूल बच्चों का शैक्षणिक विकास करने का काम करता है. स्कूल अपना काम इमानदारी से करते हैं, लेकिन मान्यता नहीं होने से उसका महत्व अन्य स्कूलों के मुकाबले कम आंका जाता है. ऐसे में लोयोला स्कूल टेल्को मान्यता मिलने से उसका महत्व बढ़ेगा. फादर विनोद ने कहा कि यह स्कूल शैक्षणिक गुणवत्ता के हर आयाम को पूरा करता है. ऐसे में बोर्ड की मान्यता उनके सारे काम को अब शिखर तक पहुंचाने का काम करेगा.
सुनिए फादर विनोद फार्नांडिस ने क्या कहा
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फादर जेरी ने रखी अपनी बात
लोयोला स्कूल टेल्को के फादर जेरी ने सीआईसीएसई बोर्ड से मान्यता मिलने को बड़ी उपलब्धि बताते हुए अपनी खुशी जाहिर की. उन्होंने स्कूल के संघर्ष काल से लेकर अब तक के सफर को मीडिया से साझा किया. उन्होंने कहा कि स्कूल के शिक्षक, बच्चे, अभिभावक, और प्रबंधन के लगन और धैर्य की देन है जो आज वे लोग इस उपलब्धि को हासिल कर पाए हैं. उन्होंने बताया कि किस तरह से यह स्कूल छोटे स्तर से शुरू हुआ और यह आज एक अत्याधुनिक सु्विधा, गुणवत्तापूर्ण पढ़ाई का संचालन करने वाला केंद्र बन गया है.
वर्ष 2022 में आरटीई से मिली थी मान्यता
फादर जेरी ने बताया कि स्कूल को दिसंबर 2022 में आरटीई मान्यता के साथ UDISE कोड मिला. इस मान्यता के दो महीने बाद, झारखंड सरकार ने बोर्ड की संबद्धता प्राप्त करने के लिए स्कूल को अनापत्ति (एनओसी) दे दी थी. झारखंड के स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग के तत्कालीन संयुक्त सचिव कुमुद सहाय ने सीआईएससीई बोर्ड को पत्र लिखकर कहा था कि राज्य सरकार को टेल्को के रिवर व्यू एरिया में संचालित लोयोला स्कूल को बोर्ड से संबद्धता हासिल करने में कोई आपत्ति नहीं है. उसके बाद स्कूल के प्रबंधन ने सीआईएससीई बोर्ड की संबद्धता ऑनलाइन आवेदन करके सारी ज़रूरी दस्तावेज की प्रक्रिया पूरी की. सीआईएससीई बोर्ड की संबद्धता के लिए परिसर व दस्तावेजों का भौतिक सत्यापन करने के लिए दो सदस्यीय टीम भेजी गयी थी. निरीक्षण रिपोर्ट की समीक्षा के बाद, सीआईएससीई बोर्ड के संबद्धता विभाग ने 18 जुलाई, 2024 को स्कूल को अनंतिम संबद्धता प्रदान की है.
2015 में हुई थी स्कूल की स्थापना
लोयोला स्कूल, टेल्को की स्थापना 2015 में हुई थी. वर्तमान में यहां कक्षा नर्सरी से कक्षा नौ लक लगभग 1530 बच्चे पढ़ते हैं. यह स्कूल टेल्को में स्थित है और सत्र 2022-2023 से लोयोला जमशेदपुर द्वारा शासित किया जा रहा है. प्रशासक फादर जेरी कहते हैं कि जेसुइट स्कूल हमेशा के लिए एक अलग स्कूल होता है. इसमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए ज़ोर दिया जाता है. गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सर्वांगीण बुनियादी ढांचे की आवश्यकता होती है. यह अद्वितीय है क्योंकि यह सभी क्षेत्रों के लोगों के लिए अवसर का प्रवेश द्वार प्रदान करता है. जेसुइट शिक्षा का ध्यान न केवल कक्षा शिक्षण को बढ़ावा देना है बल्कि पुरुषों और महिलाओं को विवेक, सक्षमता, करुणा और प्रतिबद्धता का निर्माण करना है जिसे हम केवल दो शब्दों में कह सकते हैं मानव उत्कृष्टता. यह तभी संभव है जब कोई संस्था उस जीवित परंपरा को कायम रखे जो खुली आंख, खुले कान और खुले दिल की मांग करती है.