चाईबासा/जमशेदपुर.
कोल्हान विश्वविद्यालय की पीएचडी प्रवेश परीक्षा रद्द होने के मामले से जहां सफल परीक्षार्थियों में रोष है वहीं छात्र नेता अब गोलबंध होने लगे हैं. छात्र नेताओं ने इसे विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ बताते हुए, दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई की मांग करने लगे हैं. मालूम हो कि कोल्हान विश्वविद्यालय में विगत 7 वर्ष बाद पीएचडी प्रवेश परीक्षा 2022 दिसंबर में आयोजित हुई थी लेकिन राजभवन के आदेश पर विश्वविद्यालय प्रशासन तत्काल प्रभाव से इसे रद्द कर दिया है. कोल्हान विश्वविद्यालय की दूसरी पीएचडी परीक्षा रद्द होने के बाद अब सम्मिलित पदाधिकारी पर कार्रवाई की मांग उठ रही है आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राजभवन इस मामले में स्पष्ट जवाब मांग रही है कि आखिर किस परिस्थिति में परीक्षा आयोजन की जिम्मेदारी आईक्यूएसी को दी गई थी. समानांतर परीक्षा लेने की अनुमति किसने दी.
पीएचडी प्रवेश परीक्षा रद्द होना दुर्भाग्यपूर्ण, दोषी पदाधिकारियों पर हो कार्रवाई : सुरेश सवैयां
पूर्व छात्र नेता सह युवा कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष सुरेश सवैयां पीएचडी प्रवेश परीक्षा रद्द होने के संबंध में कहा कि यह विश्वविद्यालय प्रशासन के पदाधिकारी के नकारात्मक मानसिक स्थिति को दर्शाता है. पदाधिकारी चाहते हैं कि कोल्हान के विद्यार्थी शोध कर के अपनी करियर नहीं बनाएं. राज्यपाल से जल्द इस संबंध में दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की जाएगी.