जमशेदपुर.
झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी मोर्चा अपनी मांगों को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल जेएमएम नेता सह राज्य के मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र बाबूलाल सोरेन से मिला. प्रतिनिधि मंडल ने पूर्व मांगों को उनके समक्ष रखा. बाबूलाल ने शिक्षक और कर्मचारियों की मांग को जाएज बताते हुए, चुनाव बाद इस मुद्दे पर सकारात्मक पहल करने की बात कही. मौके पर मुख्यमंत्री के पीए गुरु प्रसाद महतो मौके पर मौजूद थे उन्होंने भी शिक्षक और कर्मचारियों की समस्या और मांग को सुना और कहा कि उस मामले में कार्रवाई की गई है. चुनाव खत्म होते ही इस पर पहल की जाएगी.
ये है मांग
मालूम हो कि राज्य के 62 अंगीभूत महाविद्यालयों में पांच हजार से भी ज्यादा अनुबंध पर कार्यरत शिक्षक, कर्मचारियों के समायोजन की मांग मोर्चा की ओर से लगातार की जा रही है. डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को बंद करने के नियम के लागू होते ही ये शिक्षक और कर्मचारी अपनी नौकरी को लेकर चिंतित हैं. नई शिक्षा नीति 2020 के लागू होने के बाद से डिग्री कॉलेजों से इंटरमीडिएट की पढ़ाई को बंद करना है. लेकिन झारखंड में फिलहाल पिछले दो सत्र से मोर्चा की मांग पर दाखिला जारी है. चुकी इंटर कॉलेज और प्लस टू स्कूल की संख्या भी वर्तमान विद्यार्थियों की संख्या के अनुसार कम है. ऐसे में बगैर व्यवस्था किए न केवल शिक्षक कर्मचारी बेरोजागरी की मार झेलेंगे बल्कि विद्यार्थियों को भी दाखिला के लिए समस्या होगी. मोर्चा की मांग है कि उन्होंने वर्षों इंटरमीडिएट संभाग में सेवाए दे दी है अब उनके पास दूसरी नौकरी का विकल्प नहीं है, ऐसे में अगर उनका समयोजन कॉलेज और इंटर कॉलेजों में नहीं होता है, तो वे सभी रास्ते पर आ जाएंगे और उनके सामने आजीविका की सबसे बड़ी समस्या खड़ी हो जाएगी. मार्चा पिछले दो वर्ष से लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत है.