- cyber Peace संस्था के तत्वाधान में रविंद्र भवन में आयोजित कार्यशाला में 1000 से ज्यादा सरकारी व निजी विद्यालयों के शिक्षक हुए शामिल
- जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त के निर्देशानुसार साइबर सुरक्षा पर आयोजित हुई एक दिवसीय कार्यशाला
जमशेदपुर.
जिला दण्डाधिकारी सह उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार साइबर सुरक्षा को लेकर रवींद्र भवन सभागार, साक्ची में एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गयी. cyber Peace संस्था के तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला में 1000 से ज्यादा जमशेदपुर, बोडाम, पटमदा, पोटका के सरकारी व निजी विद्यालयों के शिक्षक शामिल हुए। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक श्री आशीष पांडे विशेष रूप से उपस्थित रहे.

कार्यशाला में तकनीक के इस युग में साइबर सुरक्षा की चुनौतियों व जटिलताओं पर चर्चा की गयी तथा शिक्षकों को साइबर सिक्योरिटी का प्रशिक्षण दिया गया. प्रवक्ताओं ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों को साइबर सिक्योरिटी के आधुनिक दृष्टिकोण और उसकी प्रासंगिकता से परिचित कराना है. जिससे वे अपने छात्रों को तथा आसपास के लोगों को इस क्षेत्र में नई जानकारियां प्रदान कर सकें साइबर फ्राड से सुरक्षित रख सकें.

कार्यशाला में साइबर सुरक्षा क्यों महत्वपूर्ण है इसे लेकर बताया गया कि यह सभी श्रेणियों के डेटा को चोरी और क्षति से बचाती है. इसमें संवेदनशील डेटा, व्यक्तिगत रूप से पहचान योग्य जानकारी, संरक्षित स्वास्थ्य जानकारी, व्यक्तिगत जानकारी, बौद्धिक संपदा, बैंक एकाउंट से फ्राड आदि शामिल है. साइबर फ्राड से कैसे बचा जा सकता है इसकी विस्तृत जानकारी एव प्रशिक्षण भी दिया गया.