जमशेदपुर.
विश्व में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी भाषा व बोली के रूप में हिंदी की पहचान स्थापित हो चुकी है. आज हिंदी व्यावसायिक विकास में सभी बड़ी और विदेशी कंपनियों के लिए अनिवार्य होती जा रही है. भारत में बाजार बढ़ाने के लिए उन्हें हिंदी के साथ चलना ही होगा. यह बात अब सामने है. हिंदी राजभाषा प्रबंधन पर एक कार्यशाला का आयोजन आज किया गया. हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड, जमशेदपुर एलपीजी संयंत्र की अगुवाई में कार्यालय सभागार में जमशेदपुर नराकास सदस्य के लिए राजभाषा प्रबंधन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया.
नराकास उपाध्यक्ष सह प्रधान आयकर आयुक्त शिशिर धमीजा की अध्यक्षता में आयोजित इस कार्यक्रम में अपर आयुक्त जीएसटी आनंद कुमार, सहायक कमांडेंट दिलीप कुमार, नराकास सदस्य सचिव-जमशेदपुर डॉ पुरुषोत्तम कुमार, जमशेदपुर एलपीजी के वरिष्ठ संयंत्र प्रबंधक अहिजित भौमिक, सहायक प्रबंधक-राजभाषा अतनु चट्टोपाध्याय और जमशेदपुर नराकास के कई उच्च अधिकारी उपस्थित थे. एचपीसीएल द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में जमशेदपुर स्थित विभिन्न कार्यालयों से कुल 55 प्रतिभागियों ने भाग लिया.
कार्यक्रम का शुभारंभ औपचारिक स्वागत से किया गया. जमशेदपुर एलपीजी के वरिष्ठ संयंत्र प्रबंधक अहिजित भौमिक ने सभी का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा कि हमलोग अलग-अलग संगठन से हैं परंतु हिंदी और नराकास के माध्यम से आज एक साथ जुड़े हुए हैं. नराकास सदस्य सचिव डॉ पुरुषोत्तम कुमार ने अपने संबोधन में कार्यशाला की पृष्ठभूमि के बारे में बताते हुए एचपीसीएल को इस कार्यशाला का आयोजन के लिए धन्यवाद दिया और आपसी सहयोग के माध्यम से नराकास जमशेदपुर को और ऊंचाई पर ले जाने के लिए सदस्यों कार्यालयों से अनुरोध किया. जीएसटी के अपर आयुक्त आनंद कुमार ने कार्यालय में सहज सरल हिंदी का उपयोग करने के लिए सभी को अनुरोध किया.
सहायक कमांडेंट दिलीप कुमार ने राजभाषा कार्यान्वयन कार्य को आगे बढ़ाने के लिए नई पीढ़ी को आगे आने के लिए अनुरोध किया.
नराकास उपाध्यक्ष और प्रधान आयकर आयुक्त शिशिर धमीजा ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि हिंदी आज व्यावसायिक सहयोगी के रूप में काम कर रही है और आज व्यावसायिक विकास के लिए हिंदी अपरिहार्य है. उन्होंने कार्यशाला के लिए सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी और एचपीसीएल को इस कार्यशाला का आयोजन के लिए धन्यवाद दिया.
‘सूचना प्रबंधन एवं हिंदी में कार्य करने की सुविधाएं और तनाव प्रबंधन पर दी गयी जानकारी
नराकास जमशेदपुर के लिए आयोजित इस कार्यशाला में एचपीसीएल के सहायक प्रबंधक-राजभाषा अतनु चट्टोपाध्याय ने ‘सूचना प्रबंधन एवं हिंदी में कार्य करने की सुविधाएं’ विषय पर सत्र लिया. डॉ पुरुषोत्तम कुमार, नराकास सदस्य सचिव-जमशेदपुर ने तनाव प्रबंधन पर बेहतरीन सत्र लिया और तनाव दूर करने की उपाय के बारे में सभी को अवगत कराया. मौमिता दास, प्रबंधक-राजभाषा, बैंक ऑफ बरोदा ने राजभाषा कार्यान्वयन एवं हमारा दायित्व के बारे में सभी को अवगत कराया. अस्मिता कच्छप, प्रबंधक-विपणन, एचपीसीएल ने एलपीजी द्वारा किए जा रहे विभिन्न प्रयासों को सभी के साथ साझा किया.
कार्यक्रम का संचालन सहायक प्रबंधक-राजभाषा, एचपीसीएल अतनु चट्टोपाध्याय ने किया. कार्यक्रम के आयोजन में राजभाषा समन्वयक अभिषेक कुमार, राजभाषा अनुवादक राजेश्वर प्रसाद और परिचालन अधिकारी राजकुमार विजय सिंह का अहम योगदान रहा.
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