– “ड्रमेट कट ट्विस्टेड टेप इंसर्ट्स” का उपयोग करके हीट ट्रांसफर प्रभावशीलता को समझा
– शोध का उद्देश्य एसी, फ्रिज तथा पावर प्लांट की दक्षता में सुधार करना है
जमशेदपुर.
एनआईटी जमशेदपुर के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के शोधार्थी शिवेश कुमार ने “ड्रमेट कट ट्विस्टेड टेप इंसर्ट्स” का उपयोग करके हीट ट्रांसफर प्रभावशीलता को बढ़ाने पर अपना पीएचडी शोध कार्य पूरा किया। इस खोज का उद्देश्य एसी, फ्रिज तथा पावर प्लांट की दक्षता में सुधार करना है, जिससे आम आदमी के बिजली बिल में कमी लाई जा सके।
क्या है “ड्रमेट कट ट्विस्टेड टेप इंसर्ट्स”
“ड्रमेट कट ट्विस्टेड टेप इंसर्ट्स” की खोज एक उन्नत तकनीक है, जिसके कई फायदे हैं, जो इसे औद्योगिक और व्यावसायिक उपयोग के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाते हैं। इसका उपयोग हीट ट्रांसफर में दक्षता बढ़ाने के लिए किया जाता है, जिससे बिजली और ईंधन की बचत होती है। इसकी अनूठी ड्रमेट कट और ट्विस्टेड डिज़ाइन गर्मी स्थानांतरण को बढ़ाने में मदद करती है। इसका उपयोग विभिन्न उद्योगों जैसे पेट्रोकेमिकल, पावर प्लांट, हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग सिस्टम, ऑयल रिफाइनरी, और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में किया जाता है। उनकी यह खोज अब तक ब्राज़ीलियन सोसाइटी ऑफ मैकेनिकल साइंसेज एंड इंजीनियरिंग और मल्टीस्केल एंड मल्टीडिसिप्लिनरी मॉडलिंग, एक्सपेरिमेंट्स एंड डिज़ाइन, स्विट्ज़रलैंड जैसी अंतरराष्ट्रीय शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित हो चुकी है।
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डॉ शिवेश कुमार ने अपने पीएचडी शोध कार्य और पीएचडी डिफेंस को सफलतापूर्वक पूरा किया। बाह्य परीक्षक, वीर माधो सिंह भंडारी उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो ओंकार सिंह ने उन्हें पीएचडी डिग्री प्रदान करने की सिफारिश की। इस शोध कार्य में डॉ लालजी प्रसाद उनके पर्यवेक्षक थे।
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एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक प्रो गौतम सूत्रधार और मैकेनिकल विभाग के प्रमुख प्रो संजय ने भी इस शोध कार्य की सराहना की और भविष्य में इसे और अधिक पहचान मिलने की शुभकामनाएं दीं।