- जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज में विश्व आदिवासी दिवस का कार्यक्रम का हुआ आयोजन
जमशेदपुर.
जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कॉलेज के विवेकानंद सभागार में विश्व आदिवासी दिवस मनाया गया. कार्यक्रम की शुरूआत संस्थान के प्राचार्य डॉ अमर सिंह समेत सभी शिक्षकों के द्वारा द्धीप प्रज्जवलित करके किया गया.
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में आदिवासी समाज के सामने सबसे बड़ी चुनाैती है दूसरे लोगो से अपने संस्ककृति को बचाना है. वर्तमान समय में चंद कुछ स्वार्थीतत्व के लोगों द्वारा गरीब आदिवासी लोगो को प्रलोभन देकर उनकी संस्कृति को नष्ट करने के प्रयास के साथ ही उसका अस्तित्व समाप्त करने का कुचक्र रच रहे है. इसको लेकर समाज को जागरूक होना होगा, क्योकि धर्म व स्ंस्कृति बचेगी तभी किसी समाज का अस्तित्व बचेगा.
प्राचार्य ने कहा कि युवा वर्ग को चाहिए कि अपने समाज में फैले अंधविश्वास, डायन प्रथा, नशा को जागरूकता अभियान चलाकर जड़ से इसको समाप्त करे तब जाकर समाज का विकास होगा. इसको लेकर समाज के शिक्षित युवा की भागीदारी काफी आवश्यक है. इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में उच्चतम न्यायालय के अधिवक्ता सुभाशीष रसिक सोरेन एवं दूसरे वक्ता डॉ संजीव कुमार विरूली ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया.
इस अवसर पर मुख्य वक्ता सुभाशीष रसिक सोरेन ने कहा कहा कि विश्व आदिवासी दिवस केवल मनाने से नही होगा. इसको धरातल पर उतारने की आवश्यक्ता है. इसमें युवाओं की भूमिका अहम होगी. किस प्रकार हम अपनी संस्कृति काे आगे बढाए इसपर जोर दिया गया.
कार्यक्रम के दौरान स्थानीय कलाकारों द्वारा अपने पारंम्परिक नृत्य करते हुए प्राचार्य डॉ अमर सिंह समेत अन्य अतिथियों को कार्यक्रम स्थल तक ले जाया गया. वहीं सभी अतिथियों को पौधा देकर सम्मानित किया गया.
इस अवसर पर महाविद्यालय के छात्र छात्राओं ने आकर्षक नृत्य किया गया. जिसका दर्शकों ने आनंद लिया. कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वाति साेरेन ने की. कार्यक्रम के अवसर पर महाविद्यालय के डॉ मंगला श्रीवास्तव, वोकेशनल कोर्डिनेटर डॉ प्रभात कुमार सिंह, परीक्षा नियंत्रक डॉ भूषण कुमार सिंह, डॉ कृष्णा प्रसाद, अर्थपाल डॉ अशोक कुमार रवानी, डॉ स्वाति सोरेन, डॉ शालिनी शर्मा, बीएड शिक्षक फ्लोरेंस बेक अन्य उपस्थित थे.