– जमशेदपुर के स्वर्णरेखा फ्लैट और स्टील हाउस के सामने लगे पौधों को तोड़ा गया
आखिर इन बेज़ुबान पेड़-पौधों से क्या किसी की दुश्मनी भी हो सकती है, कि वे उसे तोड़ दे और उखाड़ फेंके. सागवान के नन्हें पौधों को जिस बेरहमी से तोड़ा गया है, यह महज शरारत नहीं हो सकती है. घटना जमशेदपुर के साकची स्थित स्वर्णरेखा फ्लैट और स्टील हाउस के सामने लगाए पौधों के साथ किया गया है. अब देखना होगा इस मामले को जिम्मेदार अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते हैं और क्या कार्रवाई होती है.
पृथ्वी दिवस पर लगाए गए थे पौधे
पृथ्वी दिवस के मौके पर यहां सैकड़ों सागवान के पौधे टाटा स्टील यूटिलिटी एंड इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी (पूर्व में जुस्को) की ओर से लगाया गया था. यहां स्थानीय लोगों के टहलने के लिए पाथ भी बनाया गया. क्षेत्र में हरियाली रहे और लोग स्वस्थ जीवन जीये, इसलिए ग्रीन एरिया विकसित किया जा रहा है, लेकिन कुछ लोग पर्यावरण के ऐसे दुश्मन हैं, जो नन्हें पौधे जो आगे चल कर एक वृक्ष का रूप लेता, उसे भी नहीं छोड़े. शराब के नशे में या जानबूझ कर पौधे तोड़े गए. ये तो जांच का विषय है, लेकिन इस घटना से लोग आक्रोषित हैं.
सुबह टहलने पहुंचे लोग, तो देखा
स्वर्णरेखा फ्लैट और स्टील हाउस के आसपास के लोग जब सुबह टहलने के लिए पहुंचे तो देखा कि लगाए गए पौधों जो ऊपरी हिस्सा से तोड़ दिया गया है. पहले लोगों को लगा कि एक या दो पौधे टूटे हैं, लेकिन पार्क में लगाए गए लगभग नये पौधों का यही हाल था.
बिखरी पड़ी है शराब की बोतले, लोगों में आक्रोश
जहां एक ओर पेड़ और पौधों को नुकशान पहुंचाया गया है वहीं, शराब की दर्जनों बोतल बिखरे पड़े हैं. स्थानीय लोगों की माने तो यह घटना असामाजिक तत्वों द्वारा अंजाम दिया गया है. शाम ढलते ही यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा लगने लगता है. दारू, स्मैक, गांजा का नशा करने वालों से क्षेत्र का माहौल खराब हो रहा है.