– नेताजी जयंती पर बहरागोड़ा में सांस्कृतिक उत्सव
बहरागोड़ा.
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जयंती के अवसर पर बहरागोड़ा के काली संघ मैदान और ग्रामीण विकास मेला बहरागोड़ा पार्क में आयोजित सात दिवसीय सांस्कृतिक अनुष्ठान कार्यक्रम में बच्चों की अद्भुत प्रतिभा ने लोगों का मन मोह लिया। इस आयोजन में बहरागोड़ा और आसपास के ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों द्वारा बनाई गई चित्रकलाएं, हस्तशिल्प और आर्ट एंड क्राफ्ट प्रदर्शित किए गए, जो कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण बने रहे।
मेले में आए लोग इन चित्रकलाओं और हस्तशिल्प को देखकर न केवल अचंभित हुए, बल्कि बच्चों की रचनात्मकता की जमकर सराहना भी की। प्रतिभाशाली बच्चों की कलाकृतियों को देखकर यह साफ जाहिर हुआ कि उनके भीतर कला के प्रति जबरदस्त उत्साह है। यह कार्यक्रम न केवल उनके हुनर को मंच देने में सफल रहा, बल्कि ग्रामीण इलाकों में कला और संस्कृति के प्रति बढ़ती रुचि को भी उजागर किया।
बच्चों की प्रतिभा को मिला मंच, लोग कर रहे सराहना
कार्यक्रम में कई छात्रों ने अपनी अनूठी चित्रकारी, मिट्टी के शिल्प, हस्तनिर्मित वस्तुएं और पारंपरिक कलाकृतियां प्रस्तुत कीं। उनके बनाए पोस्टर और स्केच देशभक्ति के भाव से ओतप्रोत थे, जो नेताजी की विचारधारा और स्वतंत्रता संग्राम की झलक को दर्शा रहे थे। इस प्रदर्शनी में स्थानीय स्कूलों के बच्चों के साथ-साथ स्वतंत्र रूप से कला का अभ्यास कर रहे युवाओं ने भी हिस्सा लिया।
मेला स्थल पर आए दर्शक इन कृतियों को देखकर मंत्रमुग्ध हो गए और कई लोगों ने बच्चों के बनाए चित्रों और हस्तशिल्प की खरीदारी भी की। इस कार्यक्रम के जरिए न केवल बच्चों को अपनी कला को प्रदर्शित करने का मौका मिला, बल्कि उन्हें अपनी रचनात्मकता के लिए प्रशंसा और प्रोत्साहन भी मिला, जिससे उनका आत्मविश्वास और बढ़ा।
ग्रामीण क्षेत्रों में कला और संस्कृति के प्रति उत्साह
इस आयोजन ने यह साबित कर दिया कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी कला और संस्कृति के प्रति गहरी रुचि है। यह मेला न केवल एक उत्सव था, बल्कि एक ऐसा मंच भी बना, जिसने युवा कलाकारों को अपनी प्रतिभा निखारने और लोगों तक पहुंचाने का अवसर दिया। इस सांस्कृतिक अनुष्ठान की सफलता ने आयोजकों और स्थानीय लोगों को यह प्रेरणा दी कि ऐसे कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएं, ताकि नवोदित कलाकारों को आगे बढ़ने का अवसर मिलता रहे।
यह कार्यक्रम न केवल बच्चों के लिए एक बड़ा अवसर साबित हुआ, बल्कि दर्शकों के लिए भी यह एक यादगार अनुभव बना। नेताजी जयंती के अवसर पर इस तरह के सांस्कृतिक आयोजनों से समाज में कला और संस्कृति के प्रति जागरूकता बढ़ती है और युवा पीढ़ी को अपनी रचनात्मकता को नए आयाम देने का अवसर मिलता है।