– बाहरगोड़ा के बिनापानी संगीत निकेतन में गूंजे जिंगल बेल के सुर
जमशेदपुर.
बहरागोड़ा में स्थित संडे आर्ट एंड क्राफ्ट क्लास, बिना पानी संगीत निकेतन में बुधवार को क्रिसमस का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बच्चे सांता क्लॉज की वेशभूषा में सजकर इंस्टिट्यूट पहुंचे और उत्साह के साथ कार्यक्रम में भाग लिया।
क्रिसमस के महत्व पर चर्चा
कार्यक्रम की शुरुआत इंस्टिट्यूट की निदेशक पापिया साव के प्रेरक उद्बोधन से हुई। उन्होंने बच्चों को क्रिसमस के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के बारे में बताया, साथ ही यह भी समझाया कि यह पर्व प्रेम, दया और एकता का प्रतीक है।
केक काटने और डांस प्रतियोगिताओं की धूम
क्रिसमस का जश्न केक काटने से आरंभ हुआ। इसके बाद बच्चों ने जिंगल बेल-जिंगल बेल और अन्य क्रिसमस गीतों पर शानदार नृत्य प्रस्तुतियां दीं। गौरव करण, तारुश महापात्र, श्रेयांश दे, अश्मिता शाव, आरुष शाव, तम्मना प्रधान, सुकन्या बोस, श्रेया दंडपाट, पुबाली घोष, प्रबाल घोष, अंकिता साहू, रिशु करण, रितिशा करण, रित करण, अपर्णा पाइन, श्रेयासी शाव, नमन दे, बिनीता नायक, देव नायक, आराध्या ओझा, छंदिता पॉल, रियांक रॉय, प्रज्ञा हालदार, सिद्धि शर्मा, उमंग शाव, रानीता, प्रणव कुमार नायक, श्रेया महापात्र और राधे करण ने अपनी शानदार नृत्य प्रतिभा से दर्शकों का दिल जीत लिया।
बच्चों की कला और शिल्प का प्रदर्शन
कार्यक्रम के दौरान बच्चों द्वारा बनाए गए आर्ट और क्राफ्ट का प्रदर्शन भी किया गया, जिसे अभिभावकों ने खूब सराहा। बच्चों के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए उन्हें भविष्य में और बेहतर करने के लिए प्रेरित किया गया।
अभिभावकों और शिक्षकों ने की सराहना
बच्चों की प्रस्तुतियों और कला को देखकर अभिभावक और शिक्षक गद्गद हो उठे। उन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए इंस्टिट्यूट और बच्चों के प्रयासों की जमकर तारीफ की।
इस क्रिसमस आयोजन ने न केवल बच्चों के हुनर को मंच प्रदान किया बल्कि उन्हें टीमवर्क, आत्मविश्वास और रचनात्मकता का भी संदेश दिया, इस अवसर पर शिक्षिका सेफली साव, लिसा राय तथा अभिभावकगण मौजूद थे।