- सोनारी आदर्श सेवा संस्थान के नेतृत्व में शहर के आठ क्लस्टर से आये बाल संगठन का हुआ समागम
- 50 बस्तियों से 100 से अधिक बच्चे हुए शामिल
जमशेदपुर.
बच्चों की बात करने, बाल अधिकार संरक्षण, बाल शोषण पर रोक के उद्देश्य से शहर के विभिन्न बाल संगठनों को मिलाकर चाइल्ड फेडरेशन बनाने के उद्देश्य से सोनारी आदर्श सेवा संस्थान में बाल समागम का आयोजन किया गया. इस समागम में शहर के 8 क्लस्टर के 50 बस्तियों से 100 से अधिक बच्चे शामिल हुए. इस कार्यक्रम में आदर्श सेवा संस्थान की अध्यक्षा डॉ निर्मला शुक्ला, सचिव प्रभा जायसवाल, कार्यकारणी समिति की सदस्य पूर्वी घोष एवं आदर्श सेवा संस्थान के अन्य साथी मौजूद थे.
ये होगा फेडरेशन का उद्देश्य
चाइल्ड फेडरेशन का उद्देश्य बच्चों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और उन्हें सुरक्षित, स्वस्थ और सशक्त वातावरण प्रदान करना है. फेडरेशन का नेतृत्व बच्चों के हाथों में ही होगा. नेतृत्व बच्चों के मामले में मुखर होकर कार्य करेगा. जरुरत पड़ने और फेडरेशन का प्रतिनिधि मंडल स्वयं सरकारी कार्यालय जाकर अधिकारियों से मिलने का काम करेगा.
बाल संगठन ने स्वयं तैयार किया फेडरेशन की अवधारणा
बाल समागाम के दौरान सभी क्लस्टर से आये बाल संगठन के बच्चों ने फेडरेशन को अवधारणा को तैयार किया और उसे प्रस्तुत किया जिसपर सभी ने अपनी सहमति प्रदान की. ये संगठन बच्चों में नैतिकता, अनुशासन और सामुदायिक सेवा की भावना को विकसित करने में मदद करेगा तथा संघ द्वारा बच्चों को समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास कराएगा. समागाम के दौरान फेडरेशन के सिद्धांत, सदस्यता, समितियों की जिम्मेदारी और भूमिका ग्रुप में तय की एवं सभी की साथ साझा किया.
चाइल्ड फेडरेशन की जरूरत
आज बच्चों की आवाज को सरकार और समाज तक पहुंचाने के लिए बाल संगठन को एक बड़े मंच की आवश्यकता है। सरकार समाज और परिवार में बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करके ही हम एक सुंदर शोषण मुक्त समाज की परिकल्पना कर सकते है, क्यूंकि यही समाज के नीव को गढ़ने वाले भविष्य है ।
चाइल्ड फेडरेशन की जरूरत बच्चों के अधिकारों और उनकी हित को सुनिश्चित करने के लिए है। इसका उद्देश्य बच्चों के जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना और उन्हें सुरक्षित, स्वस्थ, और सशक्त वातावरण प्रदान करना है। चाइल्ड फेडरेशन का मुख्य भूमिका इस प्रकार है -.
बच्चों के अधिकारों की रक्षा – चाइल्ड फैडरेशन बच्चों के अधिकारों जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, और विकास के अवसरों की रक्षा और उन्हें बढ़ावा देना है. फेडरेशन यह सुनिश्चित करती है कि बच्चों का शोषण, बाल विवाह बाल मजदूरी, बाल तस्करी, और अन्य किसी भी तरह के अन्याय से बचाव हो.
समान अवसर प्रदान करना- गरीब और वंचित बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएं, और अन्य आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराना. सभी बच्चों को समान अवसर देकर उनकी क्षमताओं का विकास करता.
सामाजिक जागरूकता बढ़ाना- समाज में बाल अधिकारों और उनके महत्व के प्रति जागरुकता फैलाना. बच्चों से जुड़े मुद्दों, जैसे लैंगिक असमानता, बाल विवाह, बाल मजदूरी, बाल तस्करी और कुपोषण, पर ध्यान केंद्रित करना.
आपदाओं और संकटों में सहायता- प्राकृतिक आपदाओं, युद्ध, या अन्य संकटों में बच्चों को सुरक्षित रखना और उनकी मदद करना. बच्चों को मानसिक और भावनात्मक सहयोग प्रदान करना.
नीति निर्माण और प्रभाव – सरकार और अन्य संगठनों के साथ मिलकर बच्चों के लिए नीतियां और कार्यक्रम विकसित करना. बाल कल्याण से संबंधित कानूनों के बेहतर कार्यान्वयन में सहयोग देना.
बच्चों की आवाज बनना- बच्चों की समस्याओं को समझना और उन्हें नीति निर्धारण में शामिल करना. यह सुनिश्चित करना कि बच्चों की आवाज सुनी जाए और उनकी समस्याओं को हल किया जाए. चाइल्ड फेडरेशन समाज के कमजोर और असुरक्षित बच्चों के लिए एक ढाल का काम करेगी, जिससे वे सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन जी सकें.