– “हुलास” द्वारा हुलास-गौरव सम्मान, “मुझे टूटने दो” कविता संग्रह का पुस्तक विमोचन, होली मिलन सह कवि सम्मेलन
जमशेदपुर.
साहित्य की खुशबू फैलाने वाली शहर की चिरपरिचित साहित्यिक संस्था *हुलास* द्वारा कल *तुलसी भवन के प्रयाग कक्ष* में स्थापना दिवस के रूप में *हुलास-दिवस समारोह* का वार्षिक आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में डॉ अशोक ‘अविचल’ विशिष्ट अतिथि श्री प्रसेनजीत तिवारी, हुलास के संस्थापक अध्यक्ष हरकिशन सिंह चावला, वर्तमान अध्यक्ष श्री श्यामल सुमन मंच पर उपस्थित थे। साहित्य जगत में लम्बे समय तक सार्थक योगदान हेतु शहर के वरिष्ठ कलमकार आदरणीय शेषनाथ सिंह ‘शरद’ को *हुलास-गौरव सम्मान – 2025* प्रदान किया गया।
साथ ही साथ साहित्यकार ‘सुमन कुमार झा ‘ द्वारा लिखित कविता संग्रह “मुझे टूटने दो” पुस्तक का विमोचन भी हुआ। पुस्तक विमोचन और हुलास- गौरव सम्मान के साथ होली मिलन सह कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ।
अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन, माँ शारदे की डॉ रागनी रंजन द्वारा प्रस्तुत किया गया। हुलास के कार्यों की तमाम गतिविधियों की जानकारी हरिकिशन चावला जी द्वारा दी गई। स्वागत भाषण वर्तमान अध्यक्ष माननीय श्यामल सुमन ने दिया। सम्मानित कवि शेषनाथ सिंह ‘शरद’ के जीवन के बारे में बिजय सिंह ‘बेरुक’ व संध्या सिंहा जी ने दिया। तमाम अतिथियों द्वारा शेष नाथ ‘शरद’ को सम्मान प्रदान किया गया। विशिष्ट अतिथि डॉ अशोक ‘अविचल’ और प्रसेनजीत तिवारी ने अपने संबोधन में हुलास के इस प्रयास की सराहना की।
मेरे गीत वहीं तुम जाना, जा उनको गले लगाना, जहां मां की ममता बिछड़ी हो……
दूसरे सत्र में होली मिलन सह कवि सम्मेलन का भी आयोजन हुआ। जिसमें डाक्टर संध्या सूफी, दीपक वर्मा ‘ दीप ‘, बिजय नारायण सिंह ‘ बेरुक’, नवीन अग्रवाल, अजय मुस्कान, जय प्रकाश, लता मानकर, शोभा किरण इनायत, माधवी उपाध्याय, निवेदिता श्रीवास्तव, वीणा पाण्डेय “भारती”, मनीष वंदन, मनीष कुमार, राजीव कुमार, डा रागिनी भूषण, उदय हयात, उपासना, बसन्त जमशेदपुरी जी, ममता सिंह
आदि शहर के जाने माने कवि / कवित्रीयों ने कविता पाठ की और सुधीजन श्रोताओं की गरिमामय उपस्थिति भव्यता प्रदान की।
इस अवसर पर हुलास परिवार के सभी साहित्यकार व कवि उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन नवीन अगवाल और धन्यवाद ज्ञापन अजय मुस्कान ने दिया।