- ओजोन दिवस: इस दिन का उद्देश्य ओजोन परत की समस्याओं और उसकी सुरक्षा के उपायों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है: अमित सिन्हा
जमशेदपुर.
जमशेदपुर को-ऑपरेटिव कालेज में ओजोन परत के संरक्षण के लिए ओजोन दिवस मनाया गया।इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने कार्यक्रम का शुरूआत द्धीप प्रज्ज्वलित करके किया. प्राचार्य डॉ अमर सिंह के द्वारा ओजोन दिवस के अवसर पर कहा कि ओजोन परत के महत्व और उसके संरक्षण की आवश्यकता को बताने के लिए मनाया जाता है.
ओजोन परत सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों को पृथ्वी तक पहुंचने से रोकती है, यह दिन वैश्विक जागरूकता फैलाने और ओज़ोन परत की रक्षा के लिए आवश्यक कदम उठाने का प्रयास है. इस अवसर पर वनस्पति विज्ञान विभाग के एचओडी सह सीनेट सदस्य डा ब्रजेश कुमार ने कहा कि विश्व ओजोन दिवस 1994 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा स्थापित किया गया था. इसका मुख्य उद्देश्य 1987 के मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल के महत्व को मान्यता देना है. यह प्रोटोकॉल ओजोन-क्षीणकारी पदार्थों के उपयोग को नियंत्रित करने के लिए बनाया गया था. इस दिन को मनाने से ओज़ोन परत की रक्षा के लिए वैश्विक प्रयासों को समर्थन मिलता है.
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित अमित सिन्हा ने कहा कि ओजोन परत सूर्य की हानिकारक अल्ट्रावायलेट किरणों से पृथ्वी की रक्षा करती है, इस दिन का उद्देश्य ओजोन परत की समस्याओं और उसकी सुरक्षा के उपायों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है. ओजोन परत को बचाने के लिए हमें ओजोन-क्षीणकारी पदार्थों का उपयोग कम करना चाहिए. इस अवसर पर दीपक कुमार सोनी, गरिमा रौहिला, सदफ खानन ने भी अपने विचार को व्यक्त किया.

मंच संचालन डॉ अनिता कुमारी, डॉ अनुपम, सुजाता कुमारी, अंकिता कुमारी ने किया. कार्यक्रम की शुरूआत प्राचार्य डॉ अमर सिंह एवं अन्य अतिथियों के द्वारा पौधारोपण करके किया गया. जिसमें पांच फलदार पौधा लगाया गया. कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ शालिनी शर्मा का अहम योगदान रहा.
कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनुपम ने किया. इस अवसर पर छात्र छात्राओं ने ओजोन लेयर को पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. इसमें प्रथम प्रज्ञा कुमारी, मुकेश कुमार, द्धितीय स्थान रूप रानी एवं पूनम कुमारी एवं तृतीय स्थान पूनम कुमारी एवं खुशबु कुमारी रही. कार्यक्रम में डॉ स्वाती सोरेन, डॉ प्रभात कुमार सिंह, डॉ अमर कुमार, डॉ शालिनी शर्मा, डॉ संगीता, डॉ राजेश कुमार, डॉ के ईश्वर राव उपस्थित थे.