- सेंटर फॉर एक्सीलेंस (सीएफई) में अयोजित किया गया कार्यक्रम
- फाउंडेशन की संस्थापक और मुख्य ट्रस्टी वसुधा देशमुख को लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया
जमशेदपुर.
विश्व थैलेसीमिया दिवस के मौके पर सामाजिक संस्था अनुराग फाउंडेशन के द्वारा सेंटर फॉर एक्सीलेंस में कार्यक्रम का आयोजन किया गया. मालूम हो कि अनुराग फाउंडेशन पिछले कई वर्षों से थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चों के लिए कार्य कर रहा है. संस्था की ओर से प्रत्येक वर्ष विश्व थैलेसीमिया दिवस पर पीड़ित बच्चों और उनके परिवार का हौसला बढ़ाने और संस्था से जुड़े सहयोगकर्ताओं को सम्मानित करने के उद्देश्य से कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है.
आज के कार्यक्रम में जेसीएपीसीपीएल के प्रबंध निदेशक उज्ज्वल चक्रवर्ती मुख्य अतिथि के रूप में और जेएएमआईपीओएल के प्रबंध निदेशक पीके घोष सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इस अवसर पर अनुराग परिवार के बच्चे, उनके माता-पिता, फाउंडेशन के संरक्षक डॉ. एन. दास, अध्यक्ष विजयलक्ष्मी दास ने सभी का औपचारिक स्वागत किया और संरक्षक सुमिता नुपुर ने पिछले वर्ष में अनुराग फाउंडेशन की गतिविधियों की जानकारी दी.
बच्चों ने बताई अपनी कहानी
थैलेसीमिया से पीड़ित बच्ची नीतू कुमारी ने बताया कि वह इस स्थिति से कैसे जूझ रही है. वह इससे कैसे निपट रही है. उसे अनुराग फाउंडेशन से कैसे देखभाल मिल रही है, अब उसके पास कौन सी सहायता प्रणाली है और वह अपना जीवन कैसे जी रही है.
थैलेसीमिया से पीड़ित बच्चे देवांशु की मां अंजलि महतो ने इस स्थिति से पीड़ित बच्चों की देखभाल के संघर्ष, फाउंडेशन के साथ उनके जुड़ाव और उन्हें हर दिन सामना करने वाली चुनौतियों पर अपने अनुभव के बारे में बताया.
ट्रस्टी हुई सम्मानित
अनुराग फाउंडेशन की संस्थापक और मुख्य ट्रस्टी वसुधा देशमुख को मानवता, समाज और अनुराग फाउंडेशन के लिए उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड देकर सम्मानित किया गया.
अतिथियों ने संस्था के कार्यों की प्रशंसा की
इस अवसर पर बोलते हुए प्रबंध निदेशक जेसीएपीसीपीएल और प्रबंध निदेशक जेएएमआईपीओएल ने अनुराग फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की. उन्होंने इन बच्चों और उनके माता-पिता के सामने आने वाली चुनौतियों को भी स्वीकार किया और दोनों संगठन अनुराग फाउंडेशन को उसके भविष्य के प्रयासों में समर्थन देना जारी रखेंगे.
85 पीड़ित बच्चों तक पहुंचाई जा रही मदद
वर्तमान में फाउंडेशन लगभग 85 से अधिक बच्चों की देखभाल कर रहा है, जो थैलेसीमिया से पीड़ित हैं, उन्हें मुफ्त रक्त आधान की व्यवस्था करके, जिसमें जमशेदपुर ब्लड सेंटर हमेशा हमारी मदद के लिए आगे आता है और उनके मार्गदर्शन में रक्त-संबंधी दवाएं और चिकित्सा देखभाल करता है. होली केयर अस्पताल के डॉक्टर आवश्यक होने पर स्प्लेनेक्टोमी ऑपरेशन की भी व्यवस्था करते हैं और उच्च फेरिटिन स्तर वाले बच्चों के लिए उनके आयरन स्तर को संतुलित रखने के लिए चेलेटिंग एजेंटों की भी व्यवस्था करते हैं.
फाउंडेशन बच्चों के लिए समय-समय पर स्वास्थ्य जांच शिविर आयोजित करता है और जमशेदपुर ब्लड सेंटर हमेशा हमें स्वास्थ्य जांच शिविरों के लिए अपना स्थान प्रदान करता है। फाउंडेशन से जुड़े कोलकाता के हेमेटोलॉजिस्ट डॉ चक्रवर्ती इन शिविरों में मदद करते हैं.