- मेथाडोलॉजी और प्रोजेक्ट तैयार करने की दी गयी जानकारी
- बहरागोड़ा कॉलेज में तीन दिवसीय कार्यशाला का हुआ आयोजन
जमशेदपुर/बहरागोड़ा.
बहरागोड़ा महाविद्यालय में तीन दिवसीय व्याख्यान माला का आयोजन किया गया है. व्याख्यान माला का शुभारंभ शुक्रवार को विश्वविद्यालय के नई शिक्षा नीति समन्वयक डॉ पीके पाणि ने किया. महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डॉ बीके बेहरा ने डॉ पीके पाणि को अंग वस्त्र देकर स्वागत और सम्मानित किया. आइक्यूएसी के समन्वयक डॉ तपन मंडल ने मोमेंटो प्रदान किया. मेथाडोलॉजी और प्रोजेक्ट तैयार करने से संबंधित विस्तृत जानकारी विद्यार्थियों को डॉ पाणि ने दिया.
पीपीटी के माध्यम से डॉ पाणि ने स्नातकोत्तर और स्नातक अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को बताया कि मेथाडोलॉजी और प्रोजेक्ट स्नातक व स्नातकोत्तर का विषय है जबकि शोध कार्य स्नातकोत्तर के बाद किया जाता है. उन्होंने प्रोजेक्ट कार्य पर विस्तार से चर्चा करते हुए इसके लिए किन-किन पड़ावों पर किन-किन विषयों को उपस्थापित करना है इसकी भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि उदाहरण के तौर पर महिला सशक्तिकरण के विषय को ले सकते हैं. प्रोजेक्ट के प्रथम पन्ने पर ही विषय के साथ-साथ शोधार्थी को अपनी सूचनाओं को अंकित करना है. उसके बाद प्रस्तावना, प्रमाण पत्र, ग्रंथ सूची अन्य को रखें. सदैव यह प्रयास करना है कि अपनी भाषा में मूल विषयों को संबंधित विषय से जुड़े डाटा रखें. जिस विषय पर आप कार्य करेंगे इसकी प्रारंभिक स्थिति के साथ-साथ अब तक जो कार्य किए गए हैं और उसे कार्य के फल स्वरुप उसके परिणाम किस हद तक लाभदायक साबित हुआ है इसे उपस्थापित करना है.
इस दो घंटे के सत्र में दोनों विषय पर विस्तृत चर्चा हुई. मौके पर डॉ बेहरा ने रिसर्च मेथाडोलॉजी पर प्रकाश डाला. डॉ तपन मंडल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ सत्र के समाप्ति की घोषणा की गई. कार्यक्रम का संचालन डीके सिंह ने किया. इस अवसर पर डॉ पीके चंचल, डॉ हर्षित टोपनो, प्रोफेसर तिरु, प्रो भास्कर, कौशिक महतो समेत विभिन्न विभागों के अध्यापक और स्नातक व स्नातकोत्तर के विद्यार्थी व्याख्यान माला में शामिल हुए.
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