– राष्ट्रीय ओरल पैथोलॉजिस्ट दिवस पर अवध डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की ओर से आयोजित हुआ कार्यक्रम
जमशेदपुर.
राष्ट्रीय ओरल पैथोलॉजिस्ट दिवस के अवसर पर, अवध डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, जमशेदपुर के ओरल और मैक्सिलोफेशियल पैथोलॉजी विभाग ने टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी (टीएसजेडएस) के सहयोग से एक जागरूकता अभियान आयोजित किया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (टीएसजेडपी) के कर्मचारियों, श्रमिकों और आगंतुकों को तंबाकू छोड़ने और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए जागरूक और प्रेरित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (टीएसजेडपी) के डिप्टी डायरेक्टर (जीए) डॉ. नईम अख्तर और डिप्टी डायरेक्टर (वेट) डॉ. माणिक पालित के संबोधन से हुई। उन्होंने जू के कर्मचारियों को तंबाकू सेवन के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित किया। उनके प्रेरक शब्दों ने उपस्थित लोगों को प्रभावित किया, जिससे ओरल हेल्थ और संपूर्ण स्वास्थ्य के महत्व को और बल मिला।
सत्र के बाद, अवध डेंटल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चिकित्सा विशेषज्ञों, डॉ. राजीव भूषण और डॉ. अभिजीत ने अभियान की कमान संभाली। उनके साथ कॉलेज के 12 बीडीएस छात्र भी सक्रिय रूप से शामिल हुए। उन्होंने ज्ञानवर्धक पोस्टर और बैनरों के माध्यम से प्रतिभागियों को तंबाकू सेवन के खतरों और इसे छोड़ने के फायदों के बारे में प्रभावी ढंग से जागरूक किया।
अभियान ने 200 से अधिक लोगों तक अपनी पहुंच बनाकर जागरूकता का प्रभावी संदेश दिया। इंटरएक्टिव सत्रों के माध्यम से न केवल ओरल बीमारियों की रोकथाम के उपाय बताए गए, बल्कि तंबाकू छोड़ने के प्रभावी तरीकों पर भी मार्गदर्शन दिया गया। अधिकतम लोगों तक इस संदेश को पहुंचाने के लिए जू के तीन अलग-अलग स्थानों पर सत्र आयोजित किए गए।
कार्यक्रम का समापन धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ, जिसमें सभी प्रतिभागियों, वक्ताओं और आयोजकों के योगदान के लिए आभार व्यक्त किया गया। समाज को स्वस्थ बनाने की दिशा में उनके निरंतर सहयोग और प्रतिबद्धता के सम्मान में टाटा स्टील जूलॉजिकल पार्क (टीएसजेडपी) के दोनों डिप्टी डायरेक्टर, डॉ. नईम अख्तर और डॉ. माणिक पालित को विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
टाटा स्टील जूलॉजिकल सोसाइटी अपने कर्मचारियों और समाज के समग्र कल्याण के लिए जागरूकता बढ़ाने और सार्थक पहल करने के लिए सतत प्रयासरत है। ऐसे सहयोगी अभियानों के माध्यम से टीएसजेडपी न केवल स्वास्थ्य जागरूकता को प्रोत्साहित कर रहा है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में अपनी भूमिका को और अधिक सशक्त बना रहा है।