जमशेदपुर.
झारखंड यूनियन ऑफ सेकेंडरी टीचर्स (JUST) ने शिक्षकों के हित में बड़ा कदम उठाते हुए शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा, जिसमें पाकुड़ जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा शीतकालीन अवकाश रद्द करने के आदेश को चुनौती दी गई. इस पहल के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने अपने पूर्व आदेश में संशोधन करते हुए घोषणा की कि शिक्षक अब शीतकालीन अवकाश का लाभ उठा सकते हैं.
हालांकि, माध्यमिक और इंटरमीडिएट परीक्षाओं की तैयारी को ध्यान में रखते हुए, शिक्षकों को छुट्टियों के दौरान ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने का निर्देश दिया गया है.
JUST के इस प्रयास को शिक्षकों के बीच बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है. शिक्षकों ने JUST की भूमिका की सराहना करते हुए इसे उनके अधिकारों की रक्षा में महत्वपूर्ण कदम बताया.
शिक्षा क्षेत्र में उठा बड़ा मुद्दा
शीतकालीन अवकाश रद्द करने के आदेश ने शिक्षकों में नाराजगी पैदा कर दी थी. JUST ने शिक्षकों की आवाज को प्रभावी तरीके से उठाते हुए शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में शिक्षकों की कार्यस्थलीय परिस्थितियों और अधिकारों पर जोर दिया गया.
ऑनलाइन कक्षाओं का नया प्रावधान
संशोधित आदेश के अनुसार, शीतकालीन अवकाश के दौरान शिक्षकों को परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को ऑनलाइन कक्षाएं प्रदान करनी होंगी. यह फैसला छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है.
शिक्षकों की प्रतिक्रिया
इस फैसले के बाद शिक्षकों में खुशी की लहर है। उन्होंने इसे उनकी आवाज की जीत करार दिया. JUST ने शिक्षकों से एकजुट होकर अपने अधिकारों के लिए लड़ने की अपील की है.
शिक्षा क्षेत्र में इस घटनाक्रम ने प्रशासन और शिक्षकों के बीच संवाद और सामंजस्य की नई मिसाल पेश की है.