- अबुआ सरकार है, आम लोगों की सरकार है, आप हैं तो हम हैं : रामदास सोरेन
जमशेदपुर.
झारखंड सरकार के मंत्री और स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के मंत्री रामदास सोरेन से झारखंड अंगीभूत महाविद्यालय इंटरमीडिएट अनुबंध शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का प्रतिनिधिमंडल घाटशिला महाविद्यालय के शिक्षक देबाशीष मन्ना के नेतृत्व में जमशेदपुर के घोड़ाबंधा स्थित आवास पर मिला. उनको पुनः मंत्री बनाए जाने पर बधाई दी और उनका सम्मान किया.
प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री के समक्ष अपनी समस्याओं और समायोजन संबंधी बातों को उनके समक्ष रखा और आग्रह किया कि इंटरमीडिएट में पढ़ाने वालों की स्थिति काफी खराब है. अल्पतम मानदेय पर शिक्षक, कर्मचारी काम कर रहे हैं. वर्ष 2009 से लेकर आज तक अनवरत काम करते आ रहे हैं लेकिन नई शिक्षा नीति 2020 के आलोक में महाविद्यालय से प्लस टू को हटाकर के स्कूलों में ले जाना है लिहाजा शिक्षकों और कर्मचारियों के समक्ष बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई है.
प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री को बताया कि शिक्षक-कर्मचारी की उम्र हो चुकी है और कइयों की तो प्रतियोगी परीक्षा देने की भी उम्र सीमा पार हो चुकी है. ऐसे में अगर समायोजन या वैकल्पिक व्यवस्था पर सरकार नहीं सोचती है, तो भूखमरी जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. प्रतिनिधि मंडल ने आग्रह किया है कि उनकी समस्याओं को ध्यान दें और समायोजन की प्रक्रिया पर प्रयास किया जाएगा.
मंत्री रामदास सोरेन ने आश्वासन दिया कि किसी शिक्षक, कर्मचारी को बेरोजगार होने नहीं दिया जाएगा. अबुआ सरकार है, आम लोगों की सरकार है, आप हैं तो हम हैं. ऐसी बातें रखते हुए उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द इस समस्या को वह निपटाएंगे. मुख्यमंत्री से बातचीत करके हमारी बेरोजगारी की समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे और एक अच्छे मानदेय पर हम लोगों को रखने की सरकार से मांग करेंगे. प्रतिनिधि मंडल में राजीव दुबे, नीतीश कुमार, शेख मसूद, उपेंद्र राणा, डेजी सेवा और बसंती मार्डी उपस्थित थे.