जमशेदपुर.
कोल्हान विश्वविद्यालय शिक्षक संघ का एक शिष्टमंडल कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति से मिलकर शिक्षकों की लंबित समस्याओं के निराकरण के वार्ता किया. विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कुलपति हरि कुमार केसरी, कुलसचिव डॉ राजेंद्र भारती एवं वित्त पदाधिकारी डॉ बिनय कुमार सिंह उपस्थित थे. जबकि टाकू शिष्टमंडल में अध्यक्ष डॉ संजय कुमार सिंह, महासचिव इंदल पासवान, क्षेत्रीय सचिव डॉ विनय कुमार सिंह, सचिव डॉ अशोक कुमार रवानी एवं डॉ शोभित रंजन शामिल थे.
ये है प्रमुख मांग
- वर्ष 2022 एवं उसके बाद नियुक्त शिक्षकों के वार्षिक वेतन वृद्धि का लाभ देने की बात रखी. जहां राज्य के अन्य विश्वविद्यालयों में इनके साथ नियुक्त शिक्षकों को यह लाभ दिया जा रहा लेकिन एकमात्र कोल्हान विश्वविद्यालय के शिक्षकों का ही वार्षिक वेतन वृद्धि रोक कर रखा गया है। जबकि ugc विनियम एवं सांतवें वेतनमान के अनुसार योगदान के 6 महीने के अंदर वार्षिक वेतन वृद्वि देने का प्रावधान है. इस पर कुलपति महोदय ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर HRD को पत्राचार कर सिंडिकेट में रखा जाएगा.
- शिक्षकों के लंबित पदोन्नति की संचिका आज 1 साल से यूनिवर्सिटी से JPSC को नहीं भेजा गया है. पदोन्नति से हानि सबसे ज्यादा 2008 बैच के शिक्षकों को हो रहा है. लगभग 12 वर्षों से पदोन्नति की प्रतीक्षा में शिक्षक आज विभिन्न विश्वविद्यालय पदाधिकारी बनने से वंचित हो रहे हैं. इस विषय पर कुलसचिव ने कहा कि राजभवन से आदेश लेकर 10 दिनों के अंदर संचिका JPSC को भेज दिया जाएगा। इस पर संघ के अध्यक्ष ने अल्टीमेटम दिया कि यदि 10 दिनों के अंदर संचिका JPSC नहीं भेजी जाती है तो शिक्षक विश्वविद्यालय का घेराव करने को बाध्य होगा.
- महासचिव ने कुलपति को बताया कि विगत 3 वर्ष से ज्यादा समय से विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग द्वारा केंद्र व्यय, वीक्षकों एवं परीक्षकों का पारिश्रमिक, उत्तर पुस्तिका मूल्याकंन का पारिश्रमिक महाविद्यालय को नहीं भेज रहा है. साथ ही परीक्षा संबंधी दरों में 2014 एवं 2018 के बाद कोई भी बदलाव नहीं किया गया है. ऊपर से केंद्रीकृत मूल्यांकन व्यवस्था को हटा कर शिक्षकों को स्वयं विश्वविद्यालय जाकर उत्तर पुस्तिका लाने और पहुचाने पड़ते हैं. DRC और विभिन्न कार्यों के लिए विश्वविद्यालय की और से लंबे समय से TA/DA का भी भुगतान नहीं किया जा रहा है. PH D VIVA लेने आने वाले एक्सटर्नल को भी TA/DA लंबित रखा जा रहा है या देर से भुगतान किया जाता है. इस पर कुलपति ने कहा की सितंबर के प्रथम सप्ताह में सभी महाविद्यालय के प्राचार्य एवं अर्थपाल तथा विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक के साथ बैठक कर परीक्षा संबंधी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएग.
- महिला शिक्षकों एवं कर्मियों को UGC रेगुलेशन 2018 एवं वित्त विभाग, झारखंड सरकार के प्रावधान के तहत शिशु देखभाल अवकाश लागू करने के लिए सिंडिकेट से अनुमोदन करवाकर HRD भेजने का आश्वासन कुलपति महोदय ने दिया.
- संघ ने मांग किया कि PHD एंट्रेंस परीक्षा का परिणाम जल्द से जल्द जारी करे क्योकिं विलम्ब के कारण NET उतीर्ण एवं मेधावी छात्र कोल्हान विश्वविद्यालय छोड़कर अन्य जगह चले जा रहें हैं इससे विश्वविद्यालय के शोध गतिविधियों को भी हानि हो रही है. इस पर कुलसचिव ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर पीएचडी परीक्षा परिणाम घोषित कर दिया जाएगा.