- एक्सएलआरआई में ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम के पहले दीक्षांत समारोह का हुआ आयोजन, 108 एक्सलर्स को मिला मेडल
- कार्यक्रम में शामिल हुई ड्यूश बैंक की एमडी सह भारत में ड्यूश बैंक की एचआर हेड माधवी लाल
जमशेदपुर.
एक्सएलआरआइ के ऑनलाइन लर्निंग प्रोग्राम (एक्सओएल) के पहले दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में ड्यूश बैंक की एमडी सह भारत में ड्यूश बैंक की एचआर हेड माधवी लाल उपस्थित थी. इस दौरान एक्सएलआरआई में ऑनलाइन कोर्स के जरिए पढ़ाई करने वाले कुल 108 विद्यार्थियों के बीच सर्टिफिकेट और मेडल का वितरण किया.
इस अवसर पर माधवी लाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि एक्सएलआरआई के साथ गहरा लगाव है. उन्होंने भी इसी संस्थान में ना सिर्फ पढ़ाई पूरी की बल्कि यहीं उनके पति भी मिले. कई यादें एक्सएलआरआइ के साथ जुड़ी हुई हैं. उन्होंने कहा कि ऑनलाइन कोर्स में कई प्रकार की दिक्कतें होती हैं. लेकिन, इसके बाद भी सफलता पूर्वक 108 विद्यार्थियों ने अपने कोर्स को पूरा किया, इसके लिए वे सभी बधाई के पात्र हैं.
ड्यूश बैंक की एमडी सह भारत में ड्यूश बैंक की एचआर हेड माधवी लाल ने बताया कि भारत तेजी से सुपर पावर बन रहा है. साथ ही हर क्षेत्र में तेजी से बदलाव हो रहा है. लेकिन अगर खुद को समय-समय पर अपडेट नहीं किए तो कुछ समय के बाद आउटडेटेड हो जाएंगे. उन्होंने हमेशा कंफर्ट जोन से बाहर निकलने का आह्वान किया. साथ ही दयालु बनने और महत्वाकांक्षी बनने की भी बात कही.
इससे पूर्व एक्सएलआरआइ के डायरेक्टर फदर एस जॉर्ज ने जहां एक्सएलआरआइ की विरासत की जानकारी दी वहीं डीन एडमिनिस्ट्रेशन फादर डोनाल्ड डिसिल्वा ने सभी को उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी.
ऑनलाइन कोर्स का लीडर है एक्सएलआरआइ : टीवी नरेंद्रन
दीक्षांत समारोह के दौरान एक्सएलआरआइ के गवर्निंग बॉडी के चेयरमैन टीवी नरेंद्रन ऑनलाइन जुड़े. उन्होंने सभी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि कोविड के बाद से ऑनलाइन कोर्स की पूरी दुनिया में डिमांड बढ़ी. हालांकि, एक्सएलआरआइ में सबसे पहले ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत हुई. एक्सएलआरआइ ऑनलाइन कोर्स का लीडर है.
किस ऑनलाइन कोर्स में कितने हुए ग्रेजुएट
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट ( बिजनेस मैनेजमेंट )- 63
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट ( ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट ) – 23
- पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन मैनेजमेंट ( फाइनांस ) – 22
किन्हें मिला मेडल
- मोहन मिशाला – पीजीडीएम ( बीएम )
- वर्षा सिंह – पीजीडीएम ( एचआरएम )
- मेहुल विपिन पारेख – पीजीडीएम ( फाइनांस )