मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश के बाद अंगीभूत एवं डिग्री संबंध महाविद्यालय में इंटर की पढ़ाई रहेगी जारी
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने लिया निर्णय
कैंपस बूम एजुकेशनल न्यूज़ पोर्टल पर लगातार पिछले एक माह से इस मुद्दे को लेकर खबर पोस्ट किया जा रहा था
कैंपस बूम में प्रकाशित खबर को मुख्यमंत्री को ट्वीट भी किया गया था
रांची/जमशेदपुर
झारखंड सरकार ने मैट्रिक पास विद्यार्थियों के हित में एक बड़ा फैसला लिया है. नई शिक्षा नीति 2020 के तहत जहां डिग्री कॉलेजों में इंटर की पढ़ाई को बंद कर दिया गया था जिस वजह से मैट्रिक पास विद्यार्थियों को दाखिला के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा था. इस पूरे मामले को कैंपस बूम एजुकेशनल न्यूज़ पोर्टल पर पिछले एक माह से मुहिम के तौर पर खबर प्रकाशित किया जा रहा था. जहां एक ओर छात्रों के दाखिला को लेकर समस्या हो रही थी वहीं दूसरी ओर इंटर के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के सामने भी बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हो गई थी. इस मामले को लेकर लगातार शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी मंत्री और विधायक से मिल अपनी समस्या को रख रहे थे. आपको बता दें कि कैंपस बूम में प्रकाशित खबर को मुख्यमंत्री को ट्वीट भी किया गया था. ऐसे में मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के निर्देश पर स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने राज्य के अंगीभूत एवं डिग्री संबद्ध महाविद्यालयों में सत्र 2023- 25 में इंटरमीडिएट की पढ़ाई जारी रखने का निर्णय लिया है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव की अध्यक्षता में झारखंड अधिविध परिषद के अध्यक्ष और सचिव की हुई बैठक में निर्देश दिया गया कि यदि किसी जिला या क्षेत्र में माध्यमिक परीक्षा -2023 में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को इंटरमीडिएट कक्षा में नामांकन लेने में कठिनाई हो तो पूर्व के वर्षों की भांति अंगीभूत एवं डिग्री संबद्ध महाविद्यालय में इंटरमीडिएट कक्षा में नामांकन ले सकते हैं.
माध्यमिक परीक्षा -2023 में चार लाख से ज्यादा विद्यार्थी रहे हैं सफल
इस वर्ष जैक की मैट्रिक परीक्षा में चार लाख से ज्यादा परीक्षार्थी सफल रहे हैं. इन विद्यार्थियों को इंटरमीडिएट में नामांकन लेने में समस्या आ रही है. इसी वजह से स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने छात्र हित को ध्यान में रखते हुए अंगीभूत एवं डिग्री संबद्ध महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट में विद्यार्थियों का नामांकन और पढ़ाई जारी रखने का फैसला किया है.
क्या है मामला
राज्य में अंगीभूत एवं संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट शिक्षा को पृथक्क करने की प्रक्रियाधीन है. इसी वजह से इस वर्ष माध्यमिक परीक्षा में उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं उनके अभिभावकों और कतिपय संबद्ध डिग्री महाविद्यालय के बीच इंटरमीडिएट में नामांकन को लेकर भ्रम की स्थिति है. ऐसे में विद्यार्थियों को नामांकन के सिलसिले में परेशानी उठानी पड़ रही है. इससे शैक्षणिक सत्र भी प्रभावित हो सकता है. इसी वजह से सरकार ने अंगीभूत महाविद्यालयों एवं संबद्ध डिग्री महाविद्यालयों में इंटरमीडिएट में नामांकन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है.
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