– चार बिंदुओं पर समस्या और मांग को प्रतिनिधिमंडल ने रखा
– 2017 से ऑनर्स पेपर के साथ जनरल इलेक्टिव द्वितीय पत्र की परीक्षा नहीं ली गई है जिस कारण से हजारों विद्यार्थियों को गंभीर शैक्षणिक एवं व्यवसायिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है
कोल्हन विश्वविद्यालय छात्र संघ पूर्व उपसचिव बिरेंद्र कुमार द्वारा कोल्हान विश्वविद्यालय, चाईबासा में होने वाले सिंडिकेट मीटिंग को लेकर डॉ सत्यप्रिय महालिक, सिंडिकेट सदस्य एवं प्राचार्य जमशेदपुर वर्कर्स कॉलेज से मुलाकात कर छात्र छात्राओं की विभिन्न समस्याओं को लेकर मुलाकात कर ज्ञापन के माध्यम से समस्याओं से अवगत कराया एवं गंभीर मुद्दों को जल्द से जल्द निदान करने को कहा गया.
प्रतिनिधि मंडल ने बताया कि सीबीसीएस लागू होने के बाद से 2017-20,2018-21, 2019-22,2020-23 एवं 2021-24 स्नातक पाठ्यक्रम में ऑनर्स पेपर के साथ जनरल इलेक्टिव द्वितीय पत्र की परीक्षा नहीं ली गई थी जिस कारण से हजारों विद्यार्थियों को गंभीर शैक्षणिक एवं व्यवसायिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
मुख्य समस्याएं और मांग
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1. शिक्षक भर्ती की योग्यता न पूर्ण कर पाना – कई शिक्षक भर्ती परीक्षाओं में द्वितीय इलेक्टिव पत्र अनिवार्य होता है, जिसके अभाव में योग्य छात्र आवेदन तक नहीं कर पा रहे हैं।
2. प्रतियोगी परीक्षाओं में वंचित रहना – विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी परीक्षाओं में द्वितीय इलेक्टिव पत्र की अनिवार्यता के कारण हमारे विश्वविद्यालय के छात्र इन परीक्षाओं में बैठने से वंचित हो रहे हैं।
3. अंकपत्र में त्रुटियाँ – वर्ष 2017 से ही अंकपत्रों में कई प्रकार की त्रुटियाँ देखने को मिल रही हैं, जिससे आगे की पढ़ाई और नौकरी पाने में छात्रों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
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4. B.Ed कोर्स में स्पेशल पेपर की समस्या – B.Ed कोर्स में अतिरिक्त स्पेशल पेपर होने के कारण हमारे छात्रों को शिक्षक नियुक्तियों में असमानता और अनावश्यक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
अन्य विश्वविद्यालयों द्वारा उठाए गए कदम:
यह भी उल्लेखनीय है कि झारखंड के अन्य विश्वविद्यालयों ने छात्रहित को ध्यान में रखते हुए स्पेशल परीक्षाएं आयोजित कर इस समस्या का समाधान निकाला है। उन्होंने आवश्यक सुधार कर अंकपत्रों में संशोधन भी किया है।
कोल्हान विश्वविद्यालय की निष्क्रियता:
इस विषय को लेकर छात्र समुदाय द्वारा पूर्व में कई बार ज्ञापन (पत्रांक संख्या: KCSM/015/023)(KU/STU/25/23) (KU/STU/01/24) (KU/01/STU/2025) सौंपा गया, लेकिन कोल्हान विश्वविद्यालय ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। उल्टा छात्रों को राज्यपाल या मुख्यमंत्री से आदेश लाने को कहा गया, जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण एवं छात्रहित के प्रति उदासीनता को दर्शाता है।
छात्रों की मांग:
1. सत्र 2017-20, 2018-21, 2019-22, 2020-23, एवं 2021-2024 के छात्रों के लिए स्पेशल परीक्षा का आयोजन कर द्वितीय इलेक्टिव पत्र को सम्मिलित किया जाए।
2. अंकपत्र में मौजूद त्रुटियों को तत्काल सुधारकर संशोधित अंकपत्र प्रदान किया जाए।
3. B.Ed कोर्स में मौजूद स्पेशल पेपर की अनिवार्यता को पुनः विचार कर संशोधित किया जाए, जिससे शिक्षक भर्ती में छात्रों को कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
कोल्हान विश्वविद्यालय क्षेत्र के छात्रों के लिए उच्च शिक्षा का प्रमुख केंद्र है, और यदि इस समस्या का शीघ्र समाधान नहीं किया गया, तो हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो रहा है। विषय की गंभीरता को समझते हुए डॉ सत्यप्रिय मालिक, सिंडिकेट सदस्य कोल्हन विश्वविद्यालय ने कहा कि इस विषय को अवश्य मीटिंग में रखूंगा और जल्द से जल्द इन समस्याओं का निदान करने का प्रयास करूंगा।